नई दिल्ली
राजस्थान के दौसा जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से 11 करोड़ रुपयों के सिक्कों के गायब होने का मामला सामने आया है। जिले की मेहंदीपुर बालाजी SBI बैक के रिकॉर्ड के अनुसार बैंक में कुल 13 करोड़ 62 लाख 11 हजार 275 रुपये के सिक्के जमा हुए थे लेकिन जब इनकी गिनती हुई तो यह मात्र 1 करोड़ 39 लाख 60 हजार रुपये ही निकले। मामले का खुलासा तब हुआ जब बैक के मैनेजमेंट ने सिक्कों की गिनती का टेंडर एक प्राइवेट कंपनी को दिया था और इस कंपनी के मैनेजर को सिक्के नहीं गिनने की धमकी दी जाने लगी।
प्राइवेट फर्म के मैनेजर को हथियारबंद बदमाशों की तरफ से धमकी देने की जानकारी सामने आई तो हड़कंप मच गया। बैंक के मैनेजर हरगोविंद मीणा ने करौली पुलिस की इसकी सूचना देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने इम मामले की शिकायत टोडाभीम थाने में दर्ज की और बैंक में काम कर रहे उन सभी कर्मचारियों की जांच की मांग की है जो कि पिछले 5 सालों से बैंक में काम कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बैंक की क्षेत्रिय कमर्शियल दफ्तर में अर्पित गुड्स कैरियर को सिक्कों की गिनती का काम दिया गया था। जिसकी देखरेख की जिम्मेदारी हरगोविंद मीणा को दी गई थी। प्राइवेट फर्म का मैनेजर वहां की एक धर्मशाला में ठहरा हुआ था। 10 अगस्त को करीब 15 हथियार बंद बदमाश धर्मशाला पहुंचे और मैनेजर को सिक्कों की गिनती नहीं करने की धमकी देते हुए कहा कि अगर गिनती की तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है।
प्राइवेट फर्म की तरफ से 6 अगस्त तक सिक्कों के 2350 बैगों की गिनती हुई थी, जिसमें से एक करोड़ 39 लाख 60 हजार सिक्कों के होने की पुष्टि हुई है, इसके अलावा ब्रांच में करीब 600-700 बैगों की गिनती बाकी है, अनुमान के अनुसार इसमें करीब 60 लाख रुपये और हो सकते हैं। ऐसे में अगर दोनों संख्या को जोड़ दिया जाए तो यह 2 करोड़ से ज्यादा होंगे, जबकि रिकॉर्ड 13 करोड़ से ज्यादा सिक्के होने चाहिए। इस तरह 11 करोड़ के सिक्कों की कोई जानकारी नहीं है