छत्तीसगढ़

अब आसानी से मिलने लगा गंगाजल ….

भिलाई

कोविड काल मे पूरा देश थम सा गया मन्दिर देवालय के पट आम भक्तों के लिए बन्द हैं । जिसके कारण आम जनता को परेशानी हो रही हैं । सावन के महीने में जहा हजारों लोग शिवालय की ओर गंगाजल लेकर जाते थे । वही कोरोना के कारण अब पूजा पाठ में भी ग्रहण सा लग गया हैं।सावन का महीना ओर शिव भक्ति की बात न हो कैसे हो सकता हैं। भिलाईं, दुर्ग से हजारों लोग अमरनाथ और बाबा धाम की यात्रा करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना के संक्रमण के कारण ये सम्भव नही है ।शिवभक्त इस सावन के महीने में कांधे पर गंगाजल लेकर भले ही कावड़ यात्रा नहीं कर पाए । लेकिन महादेव को गंगाजल जरूर अर्पण कर रहे हैं । वह भी गंगाजल कहीं और का नहीं बल्कि गंगा के उस पवित्र स्थल गंगोत्री का हैं । डाकघर में मिलने वाले गंगोत्री के गंगाजल से प्रदेश भर के शिव मंदिरों में भोलेनाथ का अभिषेक हो रहा हैं। सबसे अच्छी बात यह हैं । कि शिव भक्तों को गंगाजल लेने अपने घर से केवल डाकघर की दूरी तय करनी पड़ रही हैं। कहीं-कहीं तो प्रसिद्ध शिव मंदिरों के सामने सावन सोमवार को डाकघर का अपना काउंटर भी लग जाता हैं। ताकि भक्तों को आसानी से गंगाजल मिल सके यू तो डाकघर में गंगोत्री और हरिद्वार दोनों स्थान का गंगाजल उपलब्ध हैं । लेकिन शिव भक्तों की पहली पसंद गंगोत्री से आने वाला गंगाजल हैं। डाक विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सावन के महीने में सोमवार को ही पूरे प्रदेश के डाकघरों से करीब सात हजार बोतल गंगाजल की बिक्री हो जाती हैं। सीमा श्रीवास्तव शिकायत निरीक्षक दुर्ग संभाग ने जानकारी देते हुए । बताया कि दुर्ग संभाग के अंतर्गत 9 उप संभाग के पोस्ट ऑफिस के अलावा स्पेशल स्टाल लगाकर शिव भक्तों के पूजा के लिये गंगाजल की व्यवस्था की गयी है ।

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