रायपुर
चोरी के मामले मे एक बार फिर से राजधानी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। राजधानी सहित अन्य राज्यों में घूम घूम कर चोरी की घटना को अंजाम देने वाले पत्थर गैंग के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के तीन अन्य साथी अभी भी फरार है। मकान को मुख्य रूप से करते थे टारगेट, रात्रि के समय ऐसी कॉलोनियों में जिनके पीछे खाली मैदान इलाके तो ऐसी जगह में घटना को अंजाम दिया करते थे।
घटना करने के दिन कॉलोनियों के पीछे स्थित खेतों में शाम को ही पहुंचकर खेतों में जाकर छिप जाते थे। आरोपियों से चोरी किए गए लगभग 3 लाख 50 हजार के सोने-चांदी के जेवरात और नकदी बरामद किए गए हैं।
आरोपी हाथों में पत्थर पकड़कर चार या पांच की संख्या में घूम-घूम कर घटना को अंजाम दिया करते थे। हम भी समय से ही पुलिस इन आरोपियों की तलाश में जुटी थी। आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने के बाद साइबर सेल की टीम ने मध्य प्रदेश के धार में जाकर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी मूलतः पहाड़ों में मकान बनाकर निवास करते हैं पुलिस की टीम को देखकर पत्रों एवं तीर धनुष से यह हमला शुरू कर देते हैं। पुलिस टीम द्वारा 1 सप्ताह तक धार जिले में ऑपरेशन चलाकर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों के विरुद्ध थाना सेजबहार और विधानसभा में धारा 457 और 380 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आरोपी गिरफ्तार, छित्तू मोहनिया पिता भंगू मोहनिया उम्र 25 साल निवासी ग्राम बरौली थाना टांडा जिला धार मध्य प्रदेश, राकेश बामनिया पिता बायसिंह बामनिया उम्र 25 साल निवासी ग्राम गुराडिया थाना टांडा जिला धार मध्य प्रदेश के निवासी हैं।
चोरी की घटनाओं को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, प्रभारी सायबर सेल रमाकांत साहू एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारियों को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे जिसमें पुलिस दल को सफलता मिली है।