छत्तीसगढ़

AG के निज सचिव से ऑनलाइन ठगी, बिजली कंपनी का EE बनकर दिया झांसा, लिंक भेजकर मंगाए पैसे..

बिलासपुर। एडवोकेट जनरल ऑफिस के निज सचिव से ऑनलाइन ठगी करने का मामला सामने आया है। बिजली कंपनी के EE बनकर साइबर ठग ने उन्हें झांसा दिया कि रायपुर में उनके मकान का मीटर अपडेट करना है। ऐसा नहीं करने पर उनका मीटर और कनेक्शन काट दिया जाएगा। जिसके बाद ठग ने लिंक भेजकर उनसे 50 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिया। निज सचिव ने ठगी की शिकायत पुलिस से की है, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र का है।

जीनत विहार निवासी अविनाश चंद्रन (46) महाधिवक्ता कार्यालय में निज सचिव हैं। उनके मोबाइल पर 19 मार्च की शाम अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने खुद को बिजली कंपनी का कार्यपालन अभियंता बताया। साथ ही कहा कि रायपुर स्थित बंद पड़े उनके मकान के बिजली के मीटर को अपडेट करना है। इसकी अंतिम तिथि निकल चुकी है। उसने तत्काल मीटर अपडेट नहीं कराने पर बिजली का कनेक्शन काट देने की बात कही।

लिंक भेजकर ऑनलाइन जमा कराए पैसे

निज सचिव ने फोन करने वाले का परिचय पूछा। इस पर फोन करने वाले ने खुद को सीएसईबी कार्यालय में पदस्थ कार्यपालन अभियंता बताया। उसके काल के साथ मोबाइल पर सीएसईबी का मोनो दिख रहा था। इसके कारण उन्हें फोन करने वाले पर भरोसा हो गया। फोन करने वाले ने उनके मोबाइल पर एक लिंक भेजकर उसे डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद उन्हें केवल 13 रुपए एक नंबर पर भेजने के लिए कहा। निज सचिव ने रकम भेजने की कोशिश की। उनके मोबाइल से पैसे ट्रांसफर नहीं हुआ। तब फोन करने वाले ने बाद में काल करने की बात कहते हुए फोन काट दिया। इसके कुछ ही देर बाद उनके बैंक अकाउंट से एक हजार 300 रुपए दूसरे के अकाउंट में ट्रांसफर हो गया। इसका मैसेज मोबाइल पर आते ही निज सचिव को धोखाधड़ी का एहसास हो गया।

पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर शुरू की जांच

अविनाश ने तत्काल इसकी जानकारी साइबर सेल पर दी। शिकायत पर कार्रवाई के दौरान ही निज सचिव के मोबाइल पर एक मैसेज आया। इससे उन्हें पता चला कि एक अन्य बैंक खाते से भी खरीदारी हो रही है। उन्होंने साइबर सेल को इसकी जानकारी देनी चाही। तब आपरेटर ने रकम ट्रांसफर नहीं होने की बात कही। इसके दूसरे दिन सुबह जब निज सचिव ने अपना मोबाइल चालू किया तो खरीदारी से संबंधित कई मैसेज आए थे। उन्होंने चकरभाठा स्थित एटीएम जाकर अपनी रकम निकालने की कोशिश की। इसमें वे सफल नहीं हो पाए। इसी बीच उनके खाते से 49 हजार 995 रुपये दूसरे के खाते में ट्रांसफर हो गए। पीड़ित ने पूरी जानकारी चकरभाठा थाने में देकर धोखाधड़ी की शिकायत की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।

ऐसे हासिल की जानकारी

साइबर सेल में जांच के दौरान ये बात सामने आई है कि पीड़ित निज सचिव ने पूर्व में भेजे गए लिंक पर क्लिक किया था। उसमें जो डिटेल भरी गई थी, ठगों ने उसके माध्यम से उनके खाते से संबंधित जरूरी जानकारियां हासिल कर ली थी। इसी के आधार पर वे खाते से रकम निकालने में कामयाब हो गए।

साइबर ठगों से रहें सावधान, ऐसे बरते सावधानी

  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे वह ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर हो।
  • बैंक या अन्य संस्थान कभी भी पासवर्ड या ओटीपी नहीं मांगते- ऐसी जानकारी किसी को न दें।
  • ऑनलाइन भुगतान करते समय केवल विश्वसनीय वेबसाइट या एप्लिकेशन का उपयोग करें।
  • अनजान कालर से बैंकिंग या निजी जानकारी साझा ना करें।
  • अपने बैंक खातों और डिजिटल वालेट की नियमित जांच करें।
  • संदिग्ध ईमेल, मैसेज या काल की तत्काल रिपोर्ट करें।
  • सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
  • किसी भी इनाम या लाटरी के नाम पर पैसे भेजने से पहले सत्यापन करें।

Leave a Reply

Back to top button