रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज शाम मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति, रोकथाम और बचाव के कार्यों की गहन समीक्षा की गई।मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए बेडो की संख्या बढ़ाने तथा टेक्निशियन, एएनएम आदि रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आवश्यक होने पर जिला कलेक्टरों को अपने जिले में कम से कम तीन दिन की पूर्व सूचना देकर लाॅक डाउन लगाने के लिए अधिकृत किया है। यह लाॅकडाउन कम से कम सात दिनों का होगा। इस दौरान दैनिक जरूरत की वस्तुएं की सुचारू आपूर्ति और आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। रायपुर के बीरगांव क्षेत्र में शतप्रतिशत टेस्टिंग के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग को दिए गए है।
बैठक के 5 बड़े निर्णय
सीएम हाउस में बैठक के बाद मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया, कि बैठक में हर पहलू में बात किया गया। उनके मुताबिक कोरोना को लेकर 5 अहम निर्णय।1 छत्तीसगढ़ में 5 हजार सैम्पल प्रतिदिन लिया जा रहा था, अब दुगुने दर से टेस्टिंग प्रारंभ की जाएगी…2 टेस्टिंग दुगुनी दर से होगी तो मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी और कोविड से बचाव के लिए जो भी आवश्यक सामग्रियों की आवश्यकता होगी, उसे सरकार पूरा करेगी…3 नगरीय क्षेत्रों में संक्रमण की गति तेज, आवश्यक सामग्री क्रय की जाएगी टेस्टिंग के लिए लोगो की भर्ती तत्काल होगी advertisment कर खाली पदों की भर्ती की जाएगी…4 बिरगांव में 100 प्रतिशत टेस्ट किये जाएंगे इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग भी संक्रमित हो रहे है जिसके लिए रायपुर कलेक्टर को निर्देश दिया गया है कि जिन इंडस्ट्री में ये जानकारी मिल रही उनके लिए व्यवस्था करें।5 जहां जहां संक्रमण का फैलाव अधिक है वहां lockdaun के लिए कलेक्टर को सभी अधिकार दिए जा रहे है अपने क्षेत्र का मोनिटरिंग करेंगे जब ये स्थिति निर्मित होगी पब्लिक को दो दिन पहले सूचना दी जाएगी।ये आदेश 3 दिनों की छुट्टी के बाद लागू होगा। 3 दिन छुट्टी के बाद कलेक्टर एक्शन लेंगे, जहां जरूरत होगी वहां लॉकडाउन होगा।बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, कृषिमंत्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डाॅ. शिव कुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेम साय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।