
रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक सितंबर से शहर के 174 राशन दुकानों में केवल ई-पास मशीन के जरिए राशन का वितरण किया जाएगा। केंद्र सरकार के वन नेशन वन कार्ड की योजना के तहत राशन कार्ड के हितग्राहियों को केवल थंब इंप्रेशन के जरिए ही राशन मिलेगा। इसके अलावा आंख की पुतली स्कैन करके भी राशन वितरण कराने की योजना है। अभी तक कुछ राशन दुकानदार मनमानी तरीके से राशन वितरण कर रहे थे। जो हितग्राही समय पर राशन लेने नहीं पहुंचता था उसकी फर्जी एंट्री की जाती रही है।
पिछले कुछ महीने पहले फर्जी राशन वितरण के मामले में जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के दो खाद्य अधिकारियों को निलंबित भी किया जा चुका है। वहीं कई दुकानों को निलंबित भी किया जा चुका है। कुछ के मामले अभी भी लंबित हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की वन नेशन वन कार्ड योजना भ्रष्टाचार को लगाम लगाने में कारगर होगी।
इस योजना के तहत राशन कार्डधारकों को मनचाही दुकान से खाद्यान्न् लेने की भी सुविधा मिलेगी। प्रवासी मजदूर भी रायपुर में राशन उठा सकेंगे। वर्तमान में प्राथमिकता राशनकार्डों में एक सदस्यीय परिवार के लिए 10 किलो, दो सदस्य वाले परिवार के लिए 20 किलो, तीन से पांच सदस्यीय परिवार के लिए 35 किलो और पांच से अधिक सदस्य वाले परिवार के लिए सात किलो प्रति सदस्य प्रति माह चावल एक रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है।
जिले में तीन लाख 28 हजार कार्डधारियों में अकेले एक लाख 15 हजार एपीएल कार्डधारी हैं। सभी केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना वन नेशन वन कार्ड से सीधे तौर पर जुड़ जाएंगे। वन नेशन वन कार्ड के तहत रायपुर में अभी नगर निगम रायपुर, नगर निगम बिरगांव, माना और अभनपुर में मशीनें लगाई गई हैं। इसके बाद दूसरे फेज में कूंरा, नयापारा, आरंग, खरोरा और तिल्दा मशीनें लगेगी। रायपुर जिले में 542 राशन दुकानें हैं। पहला लक्ष्य शहरी इलाकों का है। इसके बाद सभी नगरीय निकाय मेें एक सितंबर से मशीन लगाकर योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
रायपुर के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया रायपुर और धमतरी जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई है। केंद्र सरकार ने राशन दुकानों के लिए विशेष प्रकार की ई-पाश मशीन आवंटित कर दी है। इसी मशीन के जरिए राशन कार्डधारक मनचाही दुकान और मनचाहे शहर या फिर गांव से खाद्यान्न् खरीद सकेंगे।
इसका सबसे बड़ा फायदा थंब इम्प्रेशन से ही चावल, गेहूं, शक्कर आदि मिल पाएगा। इसके बाद एडवांस सिस्टम लागू होगा। आंख की पुतली मैच खाने के बाद ही राशन दिया जाएगा। इस मशीन में आधार का आधार का पंजीयन स्वत: ही हो जाता है। आधार प्रमाणीकरण आसान हो जाएगा। जो राशन नहीं लेंगे, उनकी एंट्री नहीं हो पाएगी। बता दें कि वन नेशन वन कार्ड योजना के क्रियान्वयन से पहले राशन कार्डधारकों का आधार नंबर लिंक होना जरूरी है। इसके बिना इस योजना का लाभ कार्डधारकों को नहीं मिल पाएगा। खाद्य विभाग ने जिले के सभी कार्डधारकों का आधार नंबर राशन कार्ड में जारी नंबर से लिंक किया जा रहा है। आधार नंबर को लिंक करने के बाद इसका परीक्षण भी किया जा रहा है।
एक सितंबर से जिन दुकानों में ई-पाश मशीन लगा दी गई है, वहां से थंब इम्प्रेशन के जरिए राशन देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे सभी दुकानों में यह प्रक्रिया लागू कर दी जाएगी। -संजय दुबे, सहायक खाद्य नियंत्रक, रायपुर