रायपुर
शेयर मार्केट में निवेश कर अच्छा कमाई का लालच देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले 4 अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले का खुलासा आज एएसपी सिटी तारकेश्वर पटेल और साइबर एंड एंटी क्राइम के एएसपी अभिषेक महेश्वरी ने किया है.
गंज रायपुर निवासी प्रार्थिया ने थाना गंज में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके पति कन्स्ट्रक्शन कार्य करते है। वर्ष 2020 में कोविड संक्रमण के दौरान प्रार्थिया के पति का कार्य बंद हो जाने से आर्थिक तंगी होने पर प्रार्थिया एवं उसके पति दोनों शेयर मार्केट जिरोधा में ट्रेडिंग का कार्य करने लगे। नवम्बर 2021 में प्रार्थिया के पति के मोबाइल फोन में मोबाईल नंबर 9893600238 से कॉल आया जिसके धारक ने अपना नाम गौतम शाह निवासी भोपाल का होना बताकर संपर्क किया जिसकी जानकारी प्रार्थिया के पति ने प्रार्थिया को भी दी। जिस पर प्रार्थिया द्वारा गौतम शाह से मोबाईल फोन से संपर्क करने पर उसके द्वारा स्वयं को भोपाल में शेयर मार्केट के बी.एस.ई. नामक ट्रेडिंग में काम करना बताया गया। गौतम शाह द्वारा प्रार्थिया व उसके पति को अपने भरोसे में लेते हुए शेयर मार्केट के बी.एस.ई. में रूपये इन्वेस्ट करने व रकम को 25 दिनों में डबल करके रकम वापस करने का लालच दिया। गौतम शाह एवं अन्य लोगों द्वारा प्रार्थिया एवं उसके पति को अपने झांसे में लेकर अलग – अलग तिथियांे व किश्तों में कुल 6,85,000/- रूपये प्राप्त कर ठगी किया गया। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में अपराध क्रमांक 75/22 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री अविनाश ठाकुर, प्रभारी एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना प्रभारी गंज को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थिया एवं उसके पति से विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों एवं प्रार्थिया व उसके पति के मध्य जिन मोबाईल नंबरों के माध्यम से बातचीत हुई थी उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ-साथ आरोपियों द्वारा दिये गये,बैंक खाते एवं पे-टीएम नंबर जिनमें प्रार्थिया एवं उसके पति द्वारा रकम जमा किया गया था, के संबंध में बैंक से जानकारी प्राप्त की गई। अज्ञात आरोपियों के संबंध में प्राप्त तकनीकी विश्लेषण, बैंक संबंधी दस्तावेज तथा प्रकरण से संबंधित अन्य जानकारी व साक्ष्यों का लगातार विश्लेषण करते हुये टीम के सदस्यों को अज्ञात आरोपियों की पहचान व उपस्थिति चिन्ह्ांकित करने में सफलता मिली तथा आरोपियों की उपस्थिति मध्य-प्रदेश के देवास में होना पाया गया। जिस पर एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट के सउनि. सैय्यद ईरफान के नेतृत्व में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना गंज पुलिस की 04 सदस्यीय संयुक्त टीम द्वारा देवास पहुंचकर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया तथा टीम द्वारा लगातार 03 दिनों तक देवास में कैम्प कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करते हुए अंततः प्रकरण में संलिप्त आरोपी आदित्य पटेल उर्फ अंशुल जैन एवं अमित पटेल को पकड़ा गया। दोनों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों के द्वारा अपने अन्य साथी शुभम तिवारी उर्फ गौतम शाह एवं राहुल मारू के साथ मिलकर ठगी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर घटना में संलिप्त आरोपी शुभम तिवारी उर्फ गौतम शाह एवं राहुल मारू को भी पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आदित्य पटेल ने प्रार्थिया के पति से मोबाईल फोन में संपर्क किया तो स्वयं का नाम अंशुल जैन होना बताया था तथा प्रार्थिया एवं उसके पति का भरोसा जीतकर अपना शिकार बनाते हुए रकम प्राप्त किया। इसके बाद आदित्य पटेल उर्फ अंशुल जैन ने प्रार्थिया को शुभम तिवारी का मोबाईल नंबर दिया तथा शुभम तिवारी का झूठा नाम गौतम शाह होना बताया। प्रार्थिया द्वारा शुभम तिवारी उर्फ गौतम शाह से संपर्क करने पर उसने दोनों को अपने झांसे में लेकर उनको राहुल मारू का बैंक खाता नंबर देने के साथ ही अमित पटेल का पे-टीएम नंबर दिया था। इस प्रकार चारों आरोपियों द्वारा प्रार्थिया एवं उसके पति को अपने झांसे में लेते हुए बैंक खाता व पे-टीएम नंबर में अलग – अलग तिथियों व किश्तों में कुल 6,85,000/- रूपये जमा कराकर रकम प्राप्त कर ठगी किया गया था।
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 11 नग मोबाईल फोन, विभिन्न कंपनियों के 06 नग सिम कार्ड, विभिन्न बैंकों के 10 नग एटीएम कार्ड, आधार कार्ड तथा पेन कार्ड जप्त किया गया है।
आरोपियों द्वारा उक्त घटना के अतिरिक्त राजस्थान, पुणे, मुम्बई, कनार्टक सहित देश के अन्य कई राज्यों में लोगों को शेयर मार्केट में पैसा लगाकर डबल करने का झांसा देकर अपना शिकार बनाकर लाखों रूपये ठगी किया गया है।