पटना।
प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आजसीतामढ़ी एवं शिवहर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में सीतामढ़ीसमाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में संयुक्त समीक्षात्मक बैठक की।संयुक्त समीक्षात्मक बैठक में सीतामढ़ी जिला के जिलाधिकारी श्री रिची पांडेय नेसीतामढ़ी और शिवहर जिले के विकास कार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारीदी।
इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्तायोजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्कीगली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी,कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना,उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम सेचिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन केनिर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हरपंचायत में 10$2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतुस्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना(अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों कागठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज/परिमार्जन/परिमार्जन प्लस एवंजल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णाेद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबोंकी अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षाबैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहाकि बैठक में जनप्रतिनिधियों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उनका जल्द से जल्द निराकरणकरें। 24 नवंबर, 2005 से बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया। उससमय से हमलोग बिहार के विकास के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। सभी क्षेत्रों और सभीवर्गों के लिए लगातार विकास का काम किया जा रहा है। वर्ष 2005 से पहले बिहार कीहालत काफी खराब थी। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे।अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी।प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें आती थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बिहार केलोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्रमें विकास के काम किए जा रहे हैं। किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है। हमलोगमिलकर लगातार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गएथे। अब हमलोग हमेशा साथ रहेंगे और बिहार के साथ देश का विकास करेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई।अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है। 1247 और कब्रिस्तानोंकी घेराबंदी कराई जा रही है, जिसमें 746 कब्रिस्तानों की घेराबंदी कराई जा चुकी है। शेषकब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। हमलोगों ने देखा कि मंदिरों सेमूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं। इसको देखते हुए मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण कानिर्णय लिया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों।मुख्यमंत्री ने कहा कि संपूर्ण बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे हैं। बिहार काकोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलियाके निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने सेपहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटा किया गया है। इसके लिएहर प्रकार से काम किया जा रहा है। पहले बरसात के महीने में सीतामढ़ी राज्य से 4 महीनेके लिए कट जाता था, सीतामढ़ी से पटना पहुंचने में काफी समय लगता था और काफीपरेशानी होती थी लेकिन अब लोग आसानी से सीतामढ़ी से पटना पहुंच रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिएपोशाक योजना की शुरुआत की गई। वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना, वर्ष2010 से लड़कों के लिए भी साइकिल योजना, बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली,स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। बड़ीसंख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की जा रही है। नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यमसे सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। पहले काफी कम संख्या में लड़कियां पढ़ने जातीथीं। लड़कियों को जब साइकिल दी गई तो वे स्कूल समय पर जाने लगीं और साथ ही शाममें अपने माता-पिता को भी बाजार ले जाती हैं। यह दृश्य देखकर काफी अच्छा लगता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीजइलाज कराने जाते थे। अब 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंचरहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 11हो गई है। हर घर नल का जल, हर घर पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घरशौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गईहैं।