रायपुर
कोरोना महामारी ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों व विधानमंडलों को भी खासा प्रभावित किया है। सूबे में विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर भी मंत्रणा हो रही है। इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महामारी के बीच 3 मार्च को सदन में बजट सत्र पेश किया था, जो बिना चर्चा के गिलोटिन के द्वारा पारित हुआ था।वहीं नियमत: पिछले सत्र के 6 महीने के भीतर अगला सत्र बुलाना जरूरी है। इसे देखते हुए सत्र को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक अगस्त के तीसरे सप्ताह में विधानसभा का मानसून सत्र बुलाया जा सकता है।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा है कि जिस तरह से प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है, उसे देखते हुए सत्र बुलाने की तिथि अभी तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि यदि कोरोना का प्रभाव आने वाले 10-15 दिनों में कम हुआ तो अगस्त के तीसरे सप्ताह में बुलाया जा सकता है।हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि बजट सत्र को खत्म हुए छह महीने का समय 26 सितंबर को पूरा होगा। इसलिए नियम के अनुसार यदि कोरोना संकट अगस्त में कम नहीं हुआ तो फिर 26 सितंबर के पहले कभी भी सत्र बुलाना होगा।