बिलासपुर
छत्तीसगढ़ संविदा आयुष चिकित्सा अधिकारी संघ ने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, श्रम मंत्री को पत्र लिखकर अपने नियमितीकरण की मांग की है।संघ के प्रांतीय सचिव डॉ अनिल त्रिपाठी ने बताया कि सरकार अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने के वादे के साथ सरकार में आयी, इसी वादे के तारतम्य में इसी हफ्ते सरकार द्वारा दो वर्ष की सेवा पूर्ण किए हुए 16278 शिक्षाकर्मियों को नियमित किया गया है, जो कि न्यायपूर्ण निर्णय है। परन्तु विगत चार महीने से सभी संविदा आयुष चिकित्सक कोरोना महामारी से कोरोना वारियर्स के रूप में संघर्षरत हैं, ऐसे में हमें नियमित ना करना हमारे लिए अत्यंत निराशाजनक एवं घोर पीड़ा दायक है। छत्तीसगढ़ शासन में आयुष विभाग के अंतर्गत कूल 410 संविदा आयुष चिकित्सक राज्य सरकार में स्वीकृत रिक्त पदों के विरुद्ध कार्यरत हैं। सभी चिकित्सक विगत 12-17 वर्षों से आम जनता की सेवा कर रहे हैं, पर इतनी लंबी सेवा के बावजूद अभी तक हमारी नौकरी को नियमित नहीं किया गया है, जबकि हमारे नियमितीकरण की मांग विगत 10 वर्षों से शासन स्तर पर लंबित है। 410 संविदा आयुष चिकित्सक कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम में अग्रिम पंक्ति में रहकर अपनी सेवा आम जनता एवं राज्य सरकार को दे रहे हैं। जिनमें से अधिकांश चिकित्सक कोविड-19 के क्वारंटाइन सेंटर, सर्विलांस टीम, सैंपल कलेक्शन टीम, स्क्रीनिंग टीम, आइसोलेशन वार्ड, रैपिड रेस्पॉन्स टीम, फ्लू ओपीडी, हेल्पलाइन और कंट्रोल टीम, ट्रेसिंग टीम, मोबाईल मेडिकल टीम, ट्रीटमेंट सेंटर आदि में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, शेष चिकित्सक आयुष इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा वितरित कर, आयुष ओपीडी आदि में सेवा देते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस से संघर्षरत हैं।