गर्भवती महिलाओं को बहुत ही संभलकर रहना होता है, क्योंकि द्वारा किए गए हर चीज का असर उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के सेहत पर भी पड़ता है. इसमें आपके खाने से लेकर सोचने और स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी शामिल है. हालांकि इसको लेकर कई मिथ्स भी मौजूद है जिसको लेकर प्रेगनेंसी में महिलाएं काफी कंफ्यूज और डरी हुई रहती हैं.
ऐसे में डर्मेटोलॉजिस्ट, MBBS MD डॉ. आंचल का ये इंस्टाग्राम पोस्ट आपके लिए बहुत ही मददगार साबित हो सकता है. हाल ही में एक्सपर्ट ने अपने इस पोस्ट में कॉमन प्रेगनेंसी स्किन केयर मिथ्स और इसके पीछे की सच्चाई को बताया है.
बालों को रिमूव मत करो
एक्सपर्ट बताती हैं कि आप जैसे चाहें वैसे अपने अनचाहे बालों हटाने के लिए मेथ्ड का इस्तेमाल कर सकती हैं. इससे बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.
हेयर डाई यूज मत करो
यह हेयर डाईयर्स के लिए सही है, जो लंबे समय या 8-10 घंटे तक हार्ड केमिकल के कॉन्टैक्ट में रहते हैं. लेकिन यदि उन लोगों में शामिल हैं जो कभी-कभी रूट टचअप कराते हैं या बालों को कलर कराते हैं, तो आपको इससे कोई नुकसान नहीं होता है. लेकिन गर्भावस्था के दौरान केराटिन, सिस्टीन या बाल बोटॉक्स ट्रीटमेंट से बचें
थ्रेडिंग नहीं करवाना
एक्सपर्ट बताती हैं कि यह पूरी तरह से गलत है कि आपको प्रेगनेंसी में थ्रेडिंग नहीं करवानी चाहिए. आइब्रो बनवाने का आपके प्रेगनेंसी या बच्चे पर कोई नकारात्मक असर नहीं होता है.
स्किन केयर प्रोडक्ट ना लगाएं
डॉ. आंचल बताती हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको ट्रेटीनोइन और सैलिसिलिक एसिड जैसे कुछ तत्वों से बचना चाहिए. इसके अलावा आप सारे स्किन केयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि जब सनस्क्रीन की बात आती है, तो सादे जिंक ऑक्साइड सनस्क्रीन का उपयोग करना सबसे अच्छा होता है.
डॉ. का ये सुझाव भी ध्यान रखें
एक्सपर्ट ने अपने वीडियो में यह भी सुझाव दिया है कि यदि आपको पहले इनमें से किसी भी उपचार से कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया हुई है तो कृपया गर्भावस्था के दौरान इनमें से कोई भी उपचार कराने से पहले अपनी त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श लें.