छत्तीसगढ़

CG- बाल आश्रम में बच्चीं के साथ गैंगरेप..बच्ची के रेपिस्ट का DNA हुआ मैच, आरोपी गिरफ्तार..

रायपुर 

राजधानी में एसओंएस बाल आश्रम के एक 14 साल की बच्ची से गैंगरेप का मामला सामने आया है. गर्भवती नाबालिग लड़की के बच्चें का डीएनए बिलासपुर के एक युवक से मिला हैं, जो बाल आश्रम में रहता था। डीएनए मैच होने के बाद पुलिस ने इस कांड के दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं। एक साल पुराने इस मामले में पुलिस ने पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। मीडिया में मामला सामने आने के बाद मंत्री अनिला भेड़िया ने मामले की जांच का आदेश देते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दावा किया गया था। ऐसे में पुलिस के इस खुलासे के बाद एक बार फिर बाल आश्रम के जवाबदार अफसरों की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे मेें हैैं।

बच्चीं के गर्भवती होने के बाद भी आश्रम प्रबंधन ने इस मामले पर पर्दा डाले रखा था। बच्चीं के मृत बच्चें के जन्म देने के बाद किसी तरह जब ये बात सामने आने के बाद मीडिया ने बाल आश्रम में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया था। इस मामले के खुलासे के बाद रायपुर पुलिस ने आनन फानन में कार्रवाई करते हुए बाल आश्रम में बच्चीं के साथ रेप करने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन जांच में नाबालिग के मृत बच्चें का डीएनए गिरफ्तार आरोपी से मैच नही हुआ था। इस खुलासे के बाद बच्चीं के साथ रेप की घटना में एक से अधिक लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही थी। इस बात की जानकारी के बाद पुलिस और आश्रम प्रबंधन के बीच एक बार फिर हड़कंप मच गया था।

बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने खुद मामले की जानकारी लेकर जांच का आदेश दिया गया था, और जांच में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी। डीएनए मैच नही होने के बाद पुलिस एक बार फिर आश्रम में रहने वाले और आश्रम छोड़ चुके लोगों की जानकारी जुटाकर मामले की सिरे से जांच कर रही थी। ग्रामीण एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि पुलिस जांच में बिलासपुर से आदित्य खांडे नामक युवक को गिरफ्तार किया गया हैं। गिरफ्तार आदित्य अपने दोस्त अंजनी शुक्ला के साथ आश्रम में ही काम करता था। जांच में गिरफ्तार आरोपी का डीएनए मृत बच्चें से मैच हुआ हैं। इसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे ये तय हो गया कि इस केस में नाबालिग से गैंगरेप में दो लोग शामिल थे। एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि दोनों आरोपी इस कांड में शामिल थे।

आदित्य से पुलिस आश्रम के प्रबंधन के संबंध में भी पूछताछ कर रही है क्योंकि जब बच्ची 6 महीने की प्रेग्नेंट हो गई। तब प्रबंधन की ओर से केस दर्ज कराया गया था। तब तक मामला दबाकर क्यों रखा गया इसका जवाब अब तक साफ नहीं हो सका है। पुलिस के इस खुलासे के बाद एक बार फिर बाल आश्रम और महिला बाल विकास विभाग के अफसरों की मुश्किले बढ़नी तय मानी जा रही हैं। क्योंकि बच्ची के प्रेग्नेंट होने उसके रेप की खबर को आश्रम और महिला बाल विकास विभाग के अफसरों ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए लीक नहीं होने दी थी। पुलिस कार्रवाई कर रही हैं।

Back to top button