मध्य्प्रदेश

सरकार ने माना दोगुना महंगा हुआ खाद्य तेल, खाद्य तेल भी देगी सरकार!

भोपाल
प्रदेश में खाद्य तेल की कीमतों में एक साल में हुई दोगुनी वृद्धि अब सरकार के लिए चिंता का विषय बन गई है। इस मामले में अंतर्विभागीय गरीब कल्याण समूह की बैठक में मंत्रियों द्वारा जिलों से मिली रिपोर्ट के आधार पर खाद्य तेलों की कीमत में कमी के लिए सुझाव दिया है। इसके बाद यह फैसला हुआ है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस मामले में चर्चा कर गरीबों को गेहूं, चावल, दाल के साथ खाद्य तेल भी वितरित करने पर फैसला किया जाएगा।

एक साल पहले जो खाद्य तेल 1200 से 1300 रुपए प्रति 15 लीटर की दर से मिलते थे, मौजूदा समय में उनकी कीमत 2300 से 2500 रुपए प्रति 15 लीटर तक पहुंच गई है। बुधवार को ही अंतर्विभागीय गरीब कल्याण समूह की वर्चुअल बैठक में इस पर मंत्री समूह ने चिंता व्यक्त की है। इसके बाद खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने राशन दुकानों से हितग्राहियों को नि:शुल्क वितरित किए जाने वाले खाद्यान में दाल एवं खाद्य तेल के वितरण के लिए मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा कर फैसले लेने के लिए आश्वस्त किया है। मंत्री को यह सुझाव मिला था कि हितग्राहियों को गेहूं एवं चावल के साथ एक किलो दाल भी वितरित की जाना चाहिए। साथ ही कहा गया कि खाद्य तेल का आयात बाधित होने के कारण तेल की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। प्रदेश का गरीब तेल खरीदने की स्थिति में नहीं है। ऐसी स्थिति में गेहूं, चावल, दाल के साथ खाद्य तेल भी हितग्राहियों को नि:शुल्क वितरित किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि अंतर्विभागीय गरीब कल्याण समूह योजना में भारत सरकार द्वारा ऐसे व्यक्ति जिन्हें सरकारी सहायता की आवश्यकता है, उनकी पहचान के लिए गरीबी रेखा का निर्धारण किया गया है। निर्धनता का निर्धारण विभिन्न मापदण्डों के आधार पर किया गया है। निर्धनों के कल्याण के लिए संबंधित विभागों के आपसी समन्वय एवं सहभागिता के लिए अंतर्विभागीय गरीब कल्याण समूह का गठन किया गया है।

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