नागौर
डीडवाना-कुचामन जिले के कुचामन सिटी में मंगलवार सुबह स्थानीय भाजपा नेता और प्रमुख व्यापारी रमेश रूलानिया की गोली मारकर हत्या और रोहित गोदारा गैंग द्वारा हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद आज कुचामन कस्बा पूरी तरह बंद रहा। सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, दुकानें, स्कूल-कॉलेज और अन्य संस्थानों में बंद रखा गया है। सड़कें सूनसान दिखाई दीं। सड़कों पर केवल पुलिस वाहन दिखाई दिए। मृतक के परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार रोक रखा है। कुचामन व्यापार मंडल ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन बंद किया जाएगा।
इधर कुचामन थाने के सामने दोपहर से हजारों लोग धरने पर बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग शामिल हैं। पुलिस और प्रशासन से तत्काल न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों में पोस्टर और कैंडल मार्च की तैयारी जारी है। बताया जा रहा है कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी धरने में शामिल होने वाले हैं।
इस समय पुलिस और प्रशासन के सामने आरोपियों को पकड़ने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की दोहरी चुनौती है। मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय टीम गठित की गई है, जिसमें एडीजी आनंद श्रीवास्तव, एसओजी प्रमुख परिश देशमुख, अजमेर रेंज के आईजी और एसपी रिचा तोमर शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों के हथियारों का थैला बरामद हो गया है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
रमेश रूलानिया के परिवार को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी), भाजपा, जाट महासभा और किसान संगठन सहित कई सामाजिक समूह एकजुट हैं। हनुमान बेनीवाल ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है।
गौरतलब है कि रमेश रूलानिया को कुछ दिन पहले रोहित गोदारा गैंग की ओर से फिरौती के लिए धमकी मिली थी और धमकी देने वालों के साथ उनकी तू-तू, मैं-मैं भी हुई थी। रोहित गोदारा गैंग ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इस संबंध में सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली थी।
कारोबारी की हत्या के बाद कुचामन में तनाव का माहौल है, लेकिन शांति बनाए रखने के प्रयास लगातार जारी हैं।