पटना
नीतीश सरकार ने एक और भ्रष्ट अधिकारी पर बड़ी कार्रवाई की है। अंचालधिकारी (निलंबित) प्रिंस राज के दो ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। विशेष निगराई इकाई (एसवीयू) की अलग-अलग टीम प्रिंस राज के शेखुपरा और मधुबनी स्थित ठिकाने पर पहुंची। डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।
एसवीयू के अनुसार, जांच में चला कि प्रिंस राज के पास उनकी आय से 90 प्रतिशत संपत्ति है। 2019 में प्रिंस राज अंचलाधिकारी बने थे। योगदान के दौरान करीब 28 लाख दो हजार रुपये की संपत्ति नाजायज ढंग से अर्जित की। इसका कोई स्पष्टीकरण उनके पास नहीं है। इसके अलावा प्रिंस राज ने जमीन, मकान में जो निवेश किया है, उन स्थानों का स्पष्ट उल्लेख उनके द्वारा बताई गई संपत्ति में नहीं है।
एसवीयू की ओर से बताया कि प्रिंस राज ने बैंक, जमीन और फ्लैट मिलाकर उन्होंने 45 लाख दो हजार रुपये की संपत्ति का जिक्र किया है। जबकि सरकार सेवा में सैलरी व अन्य भर्तों के जरिए उन्होंने तीस लाख रुपये ही प्राप्त किया। इसमें से 13 लाख रुपये उन्होंने खर्ज और 17 लाख रुपये बताया है। लेकिन, जांच में पता चला कि 28 लाख दो हजार रुपये उन्होंने नाजायज ढंग से कमाया है। इतना ही नहीं घर की तलाश के दौरान और भी संपत्ति का पता चला, जिसका खुलासा प्रिंस राज ने नहीं किया। फिलहाल मधुबनी और शेखपुरा में छापेमारी चल रही है।