नई दिल्ली
दिल्ली दंगों के आरोपी और आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की जमानत याचिका दिल्ली के सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है. ताहिर हुसैन ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में अदालत के लिए अर्जी लगाई थी, लेकिन अदालत ने उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया.
अदालत ने इस मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों के पीछे गहरी साजिश रची गई है. इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि ये विश्वास करने के लिए बहुत साक्ष्य है कि आरोपी मौका-ए-वारदात पर मौजूद था, और वह एक विशेष समुदाय के लोगों को उकसा रहा था. अदालत ने कहा कि हालांकि हिंसा के लिए उसने अपने हाथ और मुक्कों का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि उसने दंगाइयों का इस्तेमाल 'ह्यूमन वेपन' के रूप में किया जो उसके बहकावे में आकर किसी की हत्या किए हो सकते हैं.
अदालत ने टिप्पणी की कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा संगठित रूप में और एक गहरी साजिश के रूप में की गई. इस हिंसा में आरोपी के भागीदारी की जांच हो रही है और पीएफआई, पिंजरा तोड़, जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी, यूनाइटेड अंगेस्ट हेट ग्रुप और एंटी CAA प्रदर्शनकारियों के साथ उसके संबंधों की जांच हो रही है.