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फेसबुक पर जिसे 18 साल की समझकर करता था चैटिंग, असल में वह निकली दो बच्चों की मम्मी

आगरा 
वर्चुअल दुनिया में हुए इश्क ने एक युवक को डिप्रेशन का शिकार बना दिया। युवक को फेसबुक पर एक लड़की से दोस्ती हुई। वास्तव में वह लड़की नहीं थी। दो बच्चों की मां ने सोशल मीडिया पर अपनी पहचान छिपाई थी। हकीकत पता चलने पर युवक का दिल टूट गया और वह डिप्रेशन में चला गया। एक महीने तक उसकी काउंसलिंग कराई गई। अब जाकर उसकी हालत ठीक हुई है। यह घटना उन नौजवानों के लिए संदेश है जो सोशल मीडिया पर खूबसूरत तस्वीर देखकर किसी की भी दोस्ती को स्वीकार कर लेते हैं।

मामला किरावली ब्लॉक के रहने वाले युवक का है। छह माह पहले उसकी पेसबुक पर 18 साल की युवती से दोस्ती हुई। दोनों के बीच खूब चैटिंग होने लगी। फेसबुक पर दोनों घनिष्ठ दोस्त बन गए। युवती ने बताया कि वह झारखंड की निवासी है। वह क्या करती है, किस जिले की रहने वाली है, यह सब अभी नहीं बताएगी। एक महीने पहले युवक ने फेसबुक फ्रेंड से मिलने की ख्वाहिश जताई। उसके साथ डेटिंग करने को कहा। युवक ने उससे कहा कि वह सामने आने पर उसे कैसे पहचानेगा।

युवती उसे अपना फोटो भेजने को तैयार हो गई। युवती ने अपना असली फोटो उसे भेजा तो युवक उसे देखकर अवसाद में चला गया। 18 साल की उम्र लिखकर प्रोफाइल बनाने वाली युवती वास्तव में 38 साल की महिला थी। दो बच्चों की मां है। महिला की बड़ी बेटी लगभग 16 साल की है। युवक का दिल ऐसा टूटा कि वह खामोश रहने लगा। अवसाद का शिकार हो गया। वह घर से ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी करने निकल पड़ा। युवक ने खेरिया पुल के पास पहुंचकर चाइल्ड लाइन के हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया। चाइल्ड लाइन को बताया  कि वह खुदकुशी करने जा रहा है। टीम के सदस्य ने उसे किसी तरह समझाकर रोका। बातचीत के दौरान उसकी लोकेशन पता करके टीम के सदस्य वहां पहुंचे। नवयुवक को अपने साथ ले आए। काउंसलिंग में नवयुवक ने टीम को फेसबुक पर हुए इश्क की दास्तां सुनाई। महिला ने किस तरह अपना प्रोफाइल पर सुंदर युवती का फोटो लगाकर उससे घनिष्ठ दोस्ती की। चाइल्ड लाइन ने युवक के घरवालों को बुलाया। उनके सुपुर्द किया। चाइल्ड लाइन समन्वयक ऋतु वर्मा ने बताया कि उसकी एक माह तक काउंसलिंग की गई। अब वह सामान्य है।

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