नई दिल्ली
भारत क्रिकेट के लिए जुनूनी देश है। यहां चारों तरफ आपको लोग क्रिकेट खेलते मिल जाएंगे। हर युवा का सपना देश के लिए खेलना होता है। कुछ को मौका मिलता है, लेकिन बहुत से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेल पाते। बंगाल के दिग्गज खिलाड़ी मनोज तिवारी ने 2008 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया और 2015 तक भारत के लिए खेले। तिवारी जानते थे कि टीम में बने रहने के लिए कड़ा मुकाबला है। हाल ही में उन्होंने टीम इंडिया के सिलेक्शन को लेकर अपनी राय रखी है।
मनोज तिवारी ने एबीपी न्यूज के इंस्टाग्राम लाइव पर कहा, ''टीम का चयन लाइव होना चाहिए, ताकि पता चले कि किस खिलाड़ी को किस आधार पर चुना जा रहा है। इससे हमें पता चलेगा कि चयन उचित है या अनुचित। सामान्य तौर पर जब पूछा जाता है कि उन्हें क्यों अनदेखा किया गया तो वह एक-दूसरे पर आरोप लगाते दिखाई देते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि चयन समिति की बैठक का लाइव प्रसारण होना चाहिए।''
मनोज तिवारी टीम इंडिया के लिए 12 वनडे और तीन टी-20 खेल चुके हैं। उन्होंने विराट कोहली के नेतृत्व में 2019 के विश्व कप में भारतीय टीम की परफॉर्मेंस और टीम सिलेक्शन को लेकर अपनी राय रखी। अन्य कई पूर्व क्रिकेटरों की तरह तिवारी ने भी टीम की असफलता का ठीकरा नंबर 4 की पोजिशन तय न करना बताया।
उन्होंने कहा, ''उन्होंने चार साल नंबर चार की पोजिशन तय करने में लगाए, लेकिन फिर वह तय नहीं हो पाया। जब वे एक जगह भरने के लिए इतना समय लगाते हैं तो कोई कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए। इससे पता चलता है कि चयन में कंसीस्टेंसी की कमी है।''
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बता दें कि विश्व कप 2019 में भारत ग्रुप स्टेज पर टॉप पर रहा, लेकिन सेमीफाइनल में वह न्यूजीलैंड से 18 रनों से हारकर बाहर हो गया था। 2019-20 की रणजी ट्रॉफी में तिवारी ने शानदार 300 रन बनाए। वह आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब, राइजिंग पुणे सुपर जाइंट और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले हैं, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय टीम में उनका सफर काफी कम रहा।