नई दिल्ली
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पायलट के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलने के बाद भी सचिन पायलट के लिए अभी कांग्रेस के दरवाजे बंद नहीं है. कांग्रेस में अभी सुलह-समझौते की गुंजाइश बची हुई है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा पायलट पर गंभीर आरोप लगाने के आधे घंटे के बाद ही कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट 'वापस घर' आएं और पार्टी फोरम पर खुलकर बात करें. इससे साफ है कि अभी भी सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों को कांग्रेस समझौते के गुंजाइश देना चाहती है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि हमारे डिप्टी सीएम सचिन पायलट खुद राजस्थान सरकार गिराने की डील कर रहे थे. हमारे विधायकों को पैसे के लालच दिए जा रहे हैं. मेरे पास सबूत है. खुद षड्यंत्र में शामिल नेता सफाई दे रहे थे. इस तरह से तमाम आरोप गहलोत ने सीधे पायलट पर लगाए हैं. मीडिया में बयान देने के बाद गहलोत अपनी गाड़ी से घर की ओर बढ़े ही थे कि रास्ते में उन्हें एक फोन आता है और फिर गाड़ी घूमाकर वापस होटल की ओर आ जाते हैं. इसके दस मिनट के बाद रणदीप सुरजेवाला सामने आते हैं और सचिन पायलट को वापस जयपुर आने और पार्टी फोरम पर बात रखने की सलाह देते हैं.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने राजस्थान में हथियार डाल दिए हैं. बीजेपी की साजिश नाकाम रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने सचिन और उनके साथियों से कहा था कि पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं. ऐसे में पायलट 'वापस घर' आएं और खुलकर बात करें. परिवार में वापसी के रास्ते खुले हुए हैं. सुरजेवाला ने पूरे मामले में सचिन पायलट के रुख का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी ने सचिन और उनके साथियों से कहा कि पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं.
उन्होंने कहा, 'हमने उनसे बार-बार वापस आने को कहा. हमने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उनकी बात सुनने के लिए खुले दिल से तैयार है. हमने उनसे कहा कि बैठक में आइए और अपनी बात रखिए. बहुमत साबित कीजिए और अपना अधिकार लीजिए. कांग्रेस ने कम उम्र से ही उनका साथ दिया. सोनिया गांधी ने सचिन पायलट को शुरू से प्रोत्साहित किया. पिछले पांच दिनों में भी सोनिया और राहुल गांधी ने सारे दरवाजे खोलकर कहा कि आप वापस आ जाइए.'
सुरजेवाला ने पायलट पर उनके समर्थन में उतरे विधायकों से कहा, 'आपको कांग्रेस से प्यार है तो जहां जिस होटल में आप हैं वहां कहिए कि आप कांग्रेस से प्यार करते हैं. हमने पांच दिन के इंतजार के बाद कल बड़े भारी मन से कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से सचिन पायलट ने कहा कि वो बीजेपी में नहीं जाना चाहते. तो मैं कहता हूं कि आप बीजेपी और हरियाणा की खट्टर सरकार के चंगुल से बाहर आइए. आईटीसी ग्रांड और लेमन ट्री से बाहर निकलिए. सबको हरियाणा पुलिस के चंगुल से छुड़वाइए.'
उन्होंने कहा कि अपने परिवार कांग्रेस में आइए और अपनी बात रखिए. इससे साफ तौर पर समझा जा सकता है कि पायलट और उनके समर्थक विधायकों की वापसी के लिए कांग्रेस ने अपने दरवाजे अभी भी खोल रखे हैं. ऐसे में अब देखना होगा कि पायलट और उनके समर्थक विधायक क्या कांग्रेस में वापसी के इस निमंत्रण को स्वीकार करेंगे या नहीं?