जयपुर
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को कहा कि पार्टी अभी विधानसभा में बहुमत परीक्षण की मांग नहीं कर रही है। पूनिया ने बहुमत परीक्षण को लेकर पूछे गए सवाल में न्यूज एजेंसी एएनआई ने कहा, ''अभी तक हम कुछ मांग नहीं कर रहे हैं। यह एक भ्रष्ट सरकार है और कोरोना वायरस संकट में ने कुप्रबंधन किया। यह सरकार कमजोर हो चुकी है। पहली बात यह कि राज्य के लोगों के हित में इस सरकार को जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ''इस सरकार की नींव कमजोर है। कांग्रेस दावा कर रही है कि उनके नेता एकजुट हैं, लेकिन यह साफ है कि आंतकरिक झगड़ा है। अपमान की वजह से सचिन पायलट को कांग्रेस से अलग होना पड़ा। जब इस तरह की चीजें होती हैं तो सरकार राज्य के लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं कर सकती है और फिर आखिरकार गिर जाती है।'' उन्होंने कहा, ''यह कांग्रेस की परंपरा है और यही वजह है कि इतने सालों तक कांग्रेस में रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को को पार्टी छोड़कर बीजेपी में आना पड़ा। इसी तरह की स्थिति राजस्थान में सचिन पायलट के साथ थी। वह संगठन को चलाते रहे और जब सत्ता की बात आई तो उन्हें नजरअंदाज और अपमानित किया गया।''
इस बीच राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख अविनाश पांडे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने का एक मौका और देंगे, जो आज प्रस्तावित है। उन्होंने जयपुर में कहा, ''हम सचिन पायलट को दूसरा मौका दे रहे हैं और उन्हें आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने को कह रहे हैं। मुझे उम्मदी है कि आज सभी विधायक आएंगे और नेतृत्व का साथ देंगे, जिसके लिए राजस्थान के लोगों ने वोट दिया था। हम सभी राज्य के विकास के लिए काम कर रहे हैं।'' वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अहमद पटेल, पी. चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने सचिन पायलट से बात की है। हालांकि, सूत्रों ने कहा है कि इस बात की बहुत कम संभावना है कि पायलट कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे।