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असम: बाढ़ बेकाबू, 28 जिलों के 33 लाख से अधिक लोगों पर असर, अब तक 85 लोगों की मौत

गुवाहाटी
असम में मंगलवार (14 जुलाई) को बाढ़ संबंधी घटनाओं में नौ और लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा राज्य के 28 जिलों में 33 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के बाढ़ से संबंधित दैनिक बुलेटिन के अनुसार डिब्रूगढ़ जिले में तीन, तिनसुकिया और बारपेटा जिलों में दो-दो तथा विश्वनाथ और गोलाघाट जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। बुलेटिन के अनुसार राज्य में बाढ़ संबंधी घटनाओं में अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले, मंगलवार को होजई, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, उदालगुड़ी, दरांग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमाड़ा, गोलपाड़ा, कामरूप, मोरीगांव, कामरूप महानगर, पश्चिम कार्बी आंगलोंग,  गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया और कार्बी आंगलोंग में बाढ़ का पानी घुस गया था।

बुलेटिन में कहा गया है कि सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बारपेटा है जहां 5.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। इसके अलावा धुबरी में 4.11 लाख, मोरीगांव 4.08 लाख और दक्षिण सालमाड़ा जिले में 2.25 लाख लोग प्रभावित हैं। बाढ़ के चलते सोमवार (13 जुलाई) को 27 जिलों में करीब 22 लाख लोग प्रभावित हुए थे। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का उफान मारता पानी काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश कर गया है, जिससे बाघ और अन्य जानवरों को जान बचाने के लिए मानव आबादी और ऊंचे इलाकों की ओर भागना पड़ा। बाढ़ के चलते 1.28 लाख कृषि भूमि पानी में डूब गई है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार (14 जुलाई) को धेमाजी जिले के जोनाई का दौरा कर बाढ़ के हालात की समीक्षा की। उन्होंने लखीमपुर और अपने विधानसभा क्षेत्र माजुली में व्याप्त हालात का भी जायजा लिया।

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