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कोरोना मरीज के शव को ट्रैक्टर चलाकर अंतिम संस्कार के लिए खुद ले गए डॉक्टर

हैदराबाद
ऐसे वक्त में जब लगातार इस तरह की खबरें आ रही हैं कि कोरोना मरीज के शवों के साथ बहुत ही बुरा सलूक किया जाता है, तेलंगाना में रविवार को एक डॉक्टर खुद ट्रैक्टर चलाकर कोविड-19 मरीज के शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाते हुए दिखे।डॉक्टर पेन्डयाला श्रीराम पेडापल्ली जिले में डिस्ट्रिक्ट मेडिकल सर्विलांस ऑफिसर के तौर पर कार्यरत हैं। रविवार को जिस वक्त कोरोना मरीज की मौत हुई, वे उस वक्त ड्यूटी पर ही थे। हॉस्पीटल में एंबुलेंस होने और म्युनिसिपल अथॉरिटीज की तरफ से दिए गए ट्रैक्टर को ड्राइव करने से ड्राईवर के इनकार के बाद 45 वर्षीय डॉक्टर ने यह फैसला किया कि वे खुद गाड़ी को चलाकर दाह-संस्कार स्थल तक लेकर जाएंगे। यह घटना उस वक्त सामने आई जब सोशल मीडिया पर सर्कुकेट हुए वीडिये में डॉक्टर श्रीराम मरीज के शव के साथ ट्रैक्टर चलाते हुए दिखे।

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि रविवार को एक सरकारी अस्पताल में कोविड-19 मरीज की मौत हो गई। जिले के इस अस्पताल में संक्रमण से मौत का यह पहला मामला था और शव को ले जाने के लिए तत्काल एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी। इसके बाद ट्रैक्टर की व्यवस्था की गई। एक अधिकारी ने बताया कि नगर निगम चालक और अन्य चालक कोरोना की वजह से मरे व्यक्ति के शव को श्मशान गृह तक ले जाने से डर रहे थे। इस डर को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर श्रीराम ने पीपीई किट पहनकर खुद ही ट्रैक्टर चलाया और शव को श्मशान ले गए। जिला प्रशासन ने पीपीई किट समेत सभी बचाव उपकरण मुहैया कराए थे और शव को भी संक्रमण मुक्त किया गया था। श्रीराम ने बताया कि मृतक के परिजन को भी पीपीई किट पहनाया गया। उन्होंने बताया, बचाव वाले सभी कदम उठाए गए। सभी चीजें हमने नियम के अनुसार की। नगर निगम के चालक के लिए यह नए तरह का मामला था। ट्रैक्टर सिर्फ इसलिए चलाया ताकि उसे आश्वस्त किया जा सके और यह भी दिखाया जाए कि प्रशासन कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर है। सरकारी प्रशासन में खास तौर पर यह मेरी जिम्मेदारी है।

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