केरल। वायनाड जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। इसमें 4 गांव बह गए। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। सभी के शव बरामद किये गए है। 70 अस्पताल में हैं, जबकि सैकड़ों लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। घटना देर रात 2 बजे की है।
जानकारी के अनुसार, वायनाड के मेप्पडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में मंगलवार को बारिश के चलते भूस्खलन हुआ। कई लोग इसमें दाब गए। कई घर इसकी चपेट में आ गए. स्कूल और आस-पास के घरों और दुकानों में भूस्खलन के चलते पानी और कीचड़ भर गया। हादसे के बाद दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमों को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है। साथ ही वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर एमआई-17 और एएलएच रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। इसके अलावा कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है।
भूस्खलन में 41 लोगों की मौत हो गई है। वही करीब 70 से अधिक लोगों का WIMS मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, “हम लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं. हमें विभिन्न अस्पतालों में 41 शव मिले हैं। करीब 70 लोग घायल हैं। हमने घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया है। NDRF और सिविल डिफेंस की टीमें वहां मौजूद हैं।
वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। वायनाड भूस्खलन के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष खोला और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दो हेल्पलाइन नंबर 8086010833 और 9656938689 जारी किए है। वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पडी और मननथावाडी अस्पताल सहित सभी अस्पताल मरीजों के इलाज के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।