मध्य्प्रदेश

उद्यानिकी राज्य मंत्री कुशवाह ने की विभागीय समीक्षा

भोपाल

उद्यानिकी एंव खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार)  एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने मंत्रालय में उद्यानिकी विभागीय   समीक्षा बैठक में योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि विभाग की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिये सरलीकृत प्रचार सामग्री तैयार करें, जिससे किसानों को योजनाओं की जानकारी आसानी से समझ में आयें और वे उनका लाभ लेने के लिये आगे आ सकें। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे जिलों में जाकर योजनाओं की समीक्षा करें और किसानों से भी सम्पर्क करें। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि   योजनाओं के क्रियान्वयन में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये कि पात्र हितग्रहियों को योजनाओं के प्रावधान अनुसार लाभ प्राप्त हो सकें। योजनाओं की सतत् समीक्षा की जाये जिन जिलों में आवंटन प्रदाय किया जा रहा है उसका व्यय समय-सीमा में हो।

राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि ''सेंन्ट्रल ऑफ ऐक्सीलेंस'' (वेजीटेविल) नूराबाद जिला मूरैना के भारत सरकार से स्वीकृत प्रस्ताव अनुसार कार्य करने के लिए  एक सप्ताह की समय-सीमा में  निविदा जारी की जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत योजनाओं के संचालन के लिए  क्लस्टरों का चयन विकासखण्ड के अधिकारियों से फसलवार रकबे की जानकारी प्राप्त कर तैयार करायें। राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि  कुछ जिलों में क्लस्टरों में उद्यानिकी फसलों के नवीन क्लस्टर तैयार हुये हैं। इन क्लस्टरों में  अन्य जिलों के  क्षेत्र  जैसे- दतिया के विकासखंण्ड सेवड़ा में लहसून की खेती, ग्वालियर जिले के बरही विकासखण्ड में मटर की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है इनको भी सम्मिलित किया जाय।

राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि  शिवपुरी जिलें में टमाटर फसल उत्पादन एवं प्रसंस्करण के लिए  किसानों की  कार्यशाला आयोजित कर उन्हें जानकारी दी जाकर प्रेरित किया  जायें। उन्होंने कहा कि विभाग संचालित लगभग 300 नर्सरियां को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, मनरेगा, एवं विभागीय मद से उन्नत किया जाये जिससे प्रदेश के किसानों को उचित मांपदण्ड के फलदार पौधे एवं विभिन्न फसलों के मानक स्तर पर बीज प्राप्त हो सकें।

बैठक में  प्रमुख सचिव, श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी द्वारा विभाग में संचालित समस्त योजनाओं, वित्तीय व्यवस्था एवं स्थापना संबंधी जानकारी दी। आयुक्त उद्यानिकी, द्वारा विभाग की समस्त योजनाओं का पी.पी.टी. के माध्यम से प्रस्तुतिकरण किया गया। जिसमे आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत विभाग की ओर से तैयार किये गये प्रस्ताव  सूक्ष्म खाद्य उद्यमों (MFE) का इन्फ्रास्ट्रक्चर लॉजिस्टिक और कैपिसिटी बिल्डिंग को मजबूत करने के उपाय, हर्बल खेती का संवर्धन, मधुमख्खी पालन पहल आदि पर विस्तार से जानकारी दी गई।

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