मध्य्प्रदेश

भोपाल से शिवपुरी हो रहे जनप्रतिनिधियों के दौरे, लगे अंकुश तो थमे कोरोना

शिवपुरी
शिवपुरी जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि यहां जिला प्रशासन को और अधिक सख्ती करनी पड़ेगी। एक ओर जहां कोरोना काल के समय में प्रशासन द्वारा बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई तो एक पल ही लॉकडाउन के नियमों में बदलाव भी कर दिया गया और प्रशाासन ने एहतियात बरतने को लेकर एक-एक दुकान पर बैनर-पोस्टर लगाकर निर्देशित किया गया कि एक दुकान प्रात: 9 बजे से दोप.2 बजे तक दूसरी दुकान दोप.2 बजे से सायं 7 बजे तक खुलेगी, इसके बाद भी कोई सुधार नहीं आया और मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता रहा।

प्रशासनिक ढील का रवैया रहा कि इसी बीच 28 से 30 जून के बीच करीब 400 से अधिक शांदियां जिले भर में संपन्न हुई और यहां दूर-दराज के लोगों की आवाजाही भी हुई। जिसमें बाहरी लोगों के आने से जहां संक्रमण ने अपने पैर पसारे और 01 जुलाई के बाद लगातार कोरोना मरीजों की पॉजीटिव रिपोटें आना शुरू हो गई, जहां लगातार 10 कोरोना पॉजीटिव प्रतिदिन सामने आने लगे और इसमें वृद्धि इतनी हुई कि एक दिन में 20 तो दूसरे दिन 33 और उसके ही अगले दिन 19 मरीज तक एक साथ सामने आए।

यहां बता दें कि एक ओर जहां भोपाल, इंदौर और उज्जैन को कोरोना काल के समय रेड जोन में घोषित कर दिया गया है तो वहीं दूसरी ओर मप्र में बढ़ते सियासी घटनाक्रम ने भी लोगों को शिवपुरी से भोपाल तक की दौड़ लगवा दी। इसमें एक ओर जहां शिवराज सरकार का मंत्रीमण्डल गठन शामिल रहा तो वहीं दूसरी ओर उप चुनावों को लेकर जनप्रतिनिधियों के होने वाले दौरे भी कोरोना संक्रमण बढ़ाने का काम करते हुए नजर आए। यहां आए दिन कोई ना कोई नेता या तो भोपाल से शिवपुरी आ रहा है या फिर मंत्री बनने के बाद उनके समर्थक शिवपुरी से भोपाल तक की दौड़ लगा रहे है। इन सब के बीच किसी भी तरह की ना तो कोई जनप्रतिनिधि अपनी कोरोना जांच करा रहा और ना ही उनके समर्थक। जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव में यह भी एक कारण माना जा सकता है।

हालांकि इस दौरान भले ही भाजपा ने अपने 100 दिवसीय कार्यक्रम को बढ़ते कोरोना मरीज को देखते हुए स्थगित कर एक मिसाल पेश की तो वहीं होने वाले उप चुनावों को स्थगित करने के लिए पत्रकारों संगठन की अभिनव पहल की भी प्रशंसा की जानी चाहिए। इन सब के बाबजूद भी जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई एहतियात नहीं बरता जा रहा और लगातार आज भी यह दौरे जारी है।

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