भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं में स्नातक में प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्रथम वर्ष की परीक्षाएं नहीं करवाने का निर्णय पूर्व में लिया गया है। तदनुसार गत परीक्षाओं के अंकों के आधार पर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा। यूजीसी के नवीन निर्देशों के अनुसार अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित होंगी। अन्य सभी महाविद्यालयों में ऑफलाइन परीक्षाएं करवाने के संबंध में दो दिन में प्रक्रिया निर्धारित कर प्रस्तुत करे।
स्नातक/स्नातकोत्तर स्तर पर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर में परीक्षार्थी संख्या 2019-20 |
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क्रं |
विश्वविद्यालय का नाम |
स्नातक तृतीय वर्ष |
स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर |
1. |
बकरतउल्ला विवि भोपाल |
85980 |
36949 |
2. |
जीवाजी विवि, ग्वालियर |
46241 |
13543 |
3. |
विक्रम विवि, उज्जैन |
46982 |
11503 |
4. |
रानी दुर्गावती विवि, जबलपुर |
65585 |
17008 |
5. |
महाराजा छत्रसाल विवि, छतरपुर |
33481 |
13266 |
6. |
देवी अहिल्या विवि, इंदौर |
89529 |
30526 |
7. |
अवधेश प्रताप सिंह विवि, रीवा |
44499 |
18804 |
8. |
छिंदवाड़ा विवि, छिंदवाड़ा |
– |
– |
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योग |
4,30,298 |
1,41,599 |
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कुल योग |
5,71,897 |
मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में यूजीसी के नवीन निर्देशों के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश में विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संबंध में बैठक ले रहे थे। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती करलिन खोंगवार, आर.जी.पी.वी विश्वविद्यालय के कुलपति तथा अन्य संबंधित उपस्थित थे।
30 सितम्बर तक ली जाना हैं अंतिम वर्ष की परीक्षाएं
बैठक में प्रमुख सचिव अनुपम राजन ने बताया कि यूजीसी के नवीन निर्देशों के अनुसार अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 30 सितम्बर तक ली जाना है। प्रथम एवं द्वितीय वर्ष में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाना है। अंतिम वर्ष/सेमिस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन/ऑफलाइन या मिश्रित तरीके से की जा सकती हैं।
तकनीकी शिक्षा में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन
तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने बताया कि तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में ऑनलाइन आधार पर परीक्षाएं होंगी। पहले भी आर.जी.पी.वी विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जा चुकी है। आरजीपीवी के कुलपति ने बताया कि तकनीकी शिक्षा अंतिम वर्ष में चार प्रश्न पत्र होने हैं। विश्वविद्यालय के अंतर्गत अंतिम वर्ष में लगभग 35 हजार विद्यार्थी परीक्षा देने वाले है।
10 दिन में हो जाएगी प्रक्रिया निर्धारित
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश के महाविद्यालयों में लगभग 6 लाख विद्यार्थी हैं। इनकी ऑफलाइन परीक्षाएं लिए जाने के लिए प्रक्रिया निर्धारित की जा रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संकट के चलते परीक्षा इस प्रकार ली जाए कि कोरोना संक्रमण फैलने का कोई खतरा नहीं रहे। इसके लिए दो दिन में प्रक्रिया निर्धारित कर प्रस्तुत की जाए। तदनुसार निर्णय लिया जाएगा।