मध्य्प्रदेश

जनगणना का काम पूरा होने तक नहीं बनाया जा सकता बागली को जिला, मुख्यमंत्री शिवराज ने की थी घोषणा

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बागली को जिला बनाने की घोषणा भले ही कर दी है पर यह तहसील अगले नौ माह तक जिला नहीं बन सकेगी। राज्य सरकार इस तहसील के क्षेत्रीय आंकड़ों और दस्तावेजों में फेरबदल नहीं कर पाएगी। इसकी वजह केंद्र सरकार द्वारा जनसंख्या के मद्देनजर लगाई गई रोक है जिसमें कहा गया है कि जब तक जनगणना का काम पूरा नहीं हो जाता है तब तक किसी भी तहसील, कस्बे या ग्रामीण इलाकों की सीमा में बदलाव नहीं किया जा सकता।

देवास जिले के हाट पिपल्या में पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी की प्रतिमा अनावरम के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने कल जोशी की कर्मस्थली बागली को जिला बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद जब इस घोषणा पर अमल के प्रावधानों की जानकारी ली गई तो पता चला कि यह काम मार्च 2021 के पहले नहीं हो सकता है। इसकी वजह राष्ट्रीय जनसंख्या कार्यक्रम है। राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम के मद्देनजर किसी भी तरह के फेरबदल पर रोक लगाई गई है। राजस्व विभाग के अफसरों के अनुसार इस मामले में  सीएम सचिवालय के पत्राचार के बाद कलेक्टर से अभिमत लेने और अन्य लिखा-पढ़ी का काम भले ही शुरू कर दिया जाए लेकिन नोटिफिकेशन जैसी प्रक्रिया मार्च 21 के बाद ही हो सकेगी।

उधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इसी माह मार्च में अपनी सरकार जाने के पहले नागदा, चांचौड़ा, मैहर को जिला बनाने की घोषणा की गई थी। सूत्रों का कहना है कि चूंकि इन जिलों के गठन की घोषणा को लेकर कलेक्टरों से कोई जानकारी नहीं ली गई थी और मंत्रिमंडल की बैठक में सिर्फ सैद्धांतिक प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद विस्तृत प्रक्रिया अपनाकर इन तहसीलों को जिला बनाया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब कमलनाथ सरकार के जाने के उपरांत शिवराज सरकार ने पिछले साढ़ेÞतीन माह में इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। इसलिए अभी ये भी जिले नहीं बन सके हैं।

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