मध्य्प्रदेश

पुलिस के सीमा विवाद के चलते नहीं हो सका शव का पोस्टमार्टम

इंदौर
इंदौर में एक शव का पोस्टमार्टम पुलिस के सीमा विवाद के चलते नहीं हो सका. रिपोर्ट के मुताबिक इंदौर निवासी एक शख्स की मौत राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में हो गई. अब शव का पोस्टमार्टम पहेली बन गया है क्योंकि मृतक के साथ मौजूद परिजनों ने इसकी सूचना इंदौर में रह रहे परिजनों को दी और मृतक का शव लेकर इंदौर के लिए रवाना हो गए. उधर इंदौर में रह रहे परिजनों ने इसे सामान्य मौत न मानते हुए राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) से मामले की शिकायत की जब तक राजस्थान पुलिस हरकत में आती शव इंदौर पहुंच गया. राजस्थान पुलिस के अनुरोध पर एमपी पुलिस ने शव को मुर्दाघर में रखवा दिया लेकिन उसके बाद पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई.

बताया जा रहा है कि राजेंद्र नगर थाना इलाके में रहने वाले गोपाल चौधरी कुछ समय से राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में रह रहे थे, चौधरी का सोमवार को हृदयगति रूक जाने से निधन हो गया. परिजन शव को लेकर इंदौर के रवाना हुए, इस दौरान इंदौर मे रह रहे परिजनों ने राजस्थान पुलिस को सूचना दी, वह इसे सामान्य मौत नहीं मान रहे हैं लेकिन शव लेकर रिश्तेदार राजस्थान से इंदौर के लिए रवाना हो चुके थे. राजस्थान पुलिस ने इंदौर पुलिस से सम्पर्क कर राजेंद्र नगर पुलिस को सूचना दी और शव को मुर्दाघर में रखवाने के लिए कहा, मृतक के परिजन जब शव लेकर इंदौर पहुंचे तो पुलिस ने जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम रूम में शव रखवा दिया. मंगलवार सुबह पहुंची राजस्थान पुलिस ने जब कागजी कार्यवाही कर शव के पोस्टमार्टम करने को कहा तो वहां मौजूद चिकित्सीय पैनल ने पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया क्योंकि उनका कहना था कि बिना स्थानीय पुलिस की रिपोर्ट के वो प्रोसीजर नहीं कर सकते. जबकि स्थानीय पुलिस ने उनके क्षेत्र का मामला न होने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया.

मृतक के परिजन सियाराम जाट के मुताबिक सोमवार रात शव इंदौर पहुंच गया था, उस वक़्त राजेंद्र नगर थाना पुलिस ही मौके पर पहुंची थी. अब पुलिस पोस्टमार्टम से पूर्व होने वाली कागजी कार्यवाही करने को राजी नहीं हो रही है, न ही स्थानीय चंदन नगर थाना पुलिस इसके लिए राजी हो रही है. राजस्थान पुलिस अपनी कागजी कार्यवाही करके इंदौर पहुंची है. परिजनों का कहना है उन्हें शव ही वापस कर दिया जाये तो वह राजस्थान जाकर पोस्टमार्टम करवा लेंगे, लेकिन इसका भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में शव को पोस्टमार्टम के लिए कितना इंतजार करना होगा ये बता पाना बेहद मुश्किल है.

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