मध्य्प्रदेश

कोरोना संक्रमण: गरीबों से अंगूठे लगवा कर बांटा जा रहा है राशन, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा पालन

भोपाल
राजधानी में कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों के मन में पैदा हुए डर को राशन की दुकानों पर लग रही भीड़ ने और बढ़ा दिया है। राशन दुकानों में जमा हो रही भीड़ से संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है। ऐसे में राशन दुकानों से किसी भी दिन कोरोना बम फूट सकता है, जिसे संभालना प्रशासन के लिए मुश्किल भरा हो सकता है। दरअसल, पूर्व में पांच दुकानों में सेल्समेन के साथ ही अन्य कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। वहीं, एक अन्य सेल्समेन की बीते शुक्रवार को मौत हो गई। हालांकि अभी इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है। लेकिन इसे संदिग्ध मानते हुए दफनाया गया है। इधर, कोरोना संक्रमण की राशन दुकानों में दस्तक के बाद से सेल्समेनों के साथ ही जनता में डर बैठ गया है। लेकिन विभाग हितग्राहियों के बायोमैट्रिक सत्यापन के बाद ही राशन बांटने पर अड़ा हुआ है। तत्कालीन कलेक्टर तरूण पिथोड़े ने राशन दुकानों से सेल्समेन के अंगूठे से राशन वितरण के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उस पर अभी तक निर्णय नहीं हो सका।

राजधानी में संचालित राशन दुकानों में जमकर एसओपी का उल्लंघन हो रहा है। यहां पर न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही मास्क पहनने में लोग रूचि दिखा रहे हैं। यही नहीं राशन लेने की होड़ में छह फीट की दूरी तो दूर की बात लोग एक फीट की दूरी का भी पालन नहीं कर रहे हैं। हालांकि यह लापरवाही अफसरों को नजर नहीं आती है। अफसरों के निरीक्षण के दौरान उन्हें सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद दिखती हैं।

भोपाल में बीते दिनों एक सेल्समेन की मौत हो गई। इसकी कोरोना जांच की गई थी, लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही उसकी मौत हो गई। संदिग्ध मानते हुए उसे कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए जद्दा कब्रिस्तान में दफनाया गया। डॉक्टरों ने उसके परिजनों को मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने की बात कही, लेकिन इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी। मौत की बात सामने आने के बाद से सेल्समेन एक बार फिर राशन विक्रेता के अंगूठे से राशन वितरण की मांग करने लगे हैं। इनका कहना है कि जब कोरोना तेजी से फैल रहा है, तो सरकार क्यों सभी की जान जोखिम में डाल रही है।

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