मध्य्प्रदेश

सरकार का अहम् आदेश, नहीं मनाया जा सकेगा सार्वजनिक रूप से गणेशोत्सव

भोपाल
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शिवराज सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में कहीं भी पांडाल की अनुमति नहीं दी जाएगी। कहीं भी मूर्ति नहीं स्थापित की जा सकेगी। गणेशोत्सव सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जा सकेगा। न ही गणेश प्रतिमा विसर्जन सामूहिक या सार्वजनिक किया जा सकेगा।

गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जिला प्रशासन के अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि मूर्तिकारों से कहा गया है कि छोटी मूर्तियां ही बनाएं जिसे घर में विराज कर ईद में सामूहिक कार्यक्रम नहीं होगा। सामूहिक नमाज नहीं अदा की जा सकेगी। लोग अपने घरों में ईद की नमाज अदा कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि गणेश विसर्जन की तरह ताजिये के दौरान भी सार्वजनिक तौर पर भीड़ नहीं जुट सकेगी।

गिरजाघर, गुरुद्वारे, मंदिर, मस्जिद सभी जगहों पर एक साथ पांच से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे। मौलवी, पुजारी, फादर आदि इसके लिए श्रद्धालुओं से अपील करेंगे। कमिश्नर, आईजी, एसपी, कलेक्टर इस व्यवस्था को देखेंगे। जल्द ही गृह विभाग इसकी गाइडलाइन जारी करेगा।

मंत्री मिश्रा ने बताया कि शादी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अब सिर्फ बीस लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। वर पक्ष और वधू पक्ष से दस-दस लोग ही शामिल हो सकेंगे। मांगलिक कार्यक्रम, जन्मदिन व अन्य कार्यक्रमों के लिए भी दस लोगों की संख्या तय की गई है। पहले दोनों ही पक्षों से बीस-बीस लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी। अंतिम संस्कार के दौरान बीस लोगों के मौजूद रहने की अनुमति दी गई है। पूर्व में पचास लोगों को शामिल होने के लिए छूट दी गई थी।

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