मध्य्प्रदेश

राजधानी में जल्द शुरू होने वाली है लो फ्लोर बस सेवा

भोपाल
 शहर में जल्द ही लो फ्लोर बस सेवा शुरू की जा सकती है। भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड के सर्वे में पाया गया कि पूर्व संचालित बसों के रूट पर फिलहाल यात्रियों की संख्या अपर्याप्त है। इन रूटों पर बसों का संचालन किया जाता है, तो ठेकेदार को घाटा हो सकता है। बीसीएलएल ने इसका रास्ता निकालते हुए शहर को दो हिस्सों में बांट कर दो नए रूट तैयार किए हैं, जिन पर सीमित अवधि के लिए ही वाहनों का संचालन किया जाएगा। लॉकडाउन पूरी तरह हटने के बाद पुराने रूट अस्तित्व में आ जाएंगे।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को भेजे प्रस्ताव में बीसीएलएल ने कहा है कि करोंद से कोलार और नेहरू नगर से होशंगाबाद रोड के मिसरोद एवं 11 मील बस स्टॉप तक लो फ्लोर बसों को चलाने से पूरा शहर कवर किया जा सकता है। इन दो रास्तों पर बीसीएलएल के तीनों ठेकेदारों को आवंटित वाहन सीमित समय के बाद चलाने को कहा जाएगा, ताकि सभी वाहनों में पर्याप्त यात्री संख्या सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के तहत बैठाई जा सके।

रॉयल्टी जमा करने दो महीने की छूट

शहर में तीन महीने से थमे लो फ्लोर बसों के पहियों को दोबारा चलाने बीसीएलएल ने कार्रवाई शुरू कर दी है। संभागायुक्त कवींद्र कियावत के निर्देश पर बीसीएलएल के कर्मचारियों ने शहर के प्रमुख पांच रूटों का सर्वे किया है। बीसीएलएल ने तय किया है कि लो फ्लोर बस सेवा से जुड़े तीनों बस ऑपरेटरों को दो महीने का रॉयल्टी शुल्क अदा करने से छूट दी जाएगी, ताकि घाटे से उबारने में बस ऑपरेटरों की सहायता की जा सके।

प्रबंधन ने दावा किया है कि जनता को सस्ता परिवहन उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही सेवा की शुरुआत की जा रही है। पहले उन रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा, जहां यात्रियों की संख्या अधिक है। बीसीएलएल की ओर से प्रमुख रूट पर सर्वे करवाने के बाद, बसों का संचालन करने की अनुमति प्रशासन की समिति से ली जाएगी।

बैतूल आरटीओ से विवाद निपटा
गृह विभाग के निर्देश पर चालू की गई सूत्र सेवा की पहली बस 24 घंटे पहले बैतूल के लिए रवाना की गई थी, जिसे बैतूल आरटीओ फ्लाइंग स्क्वॉड ने परमिट नहीं होने के आरोप में रोक लिया था। गुरुवार को बीसीएलएल की ओर से सूत्र सेवा संचालित करने वाले ठेकेदार दुर्गामा ट्रांसपोर्ट ने बैतूल आरटीओ कार्यालय में शासन से जारी (के) फार्म जमा करवाया, जिसमें टैक्स सेटलमेंट एवं रूट परमिट बढ़ाए जाने की शासकीय स्वीकृति दर्शाई गई थी।

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