रायपुर। कोल घोटाले में आरोपी बनाए गए कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के पीए देवेंद्र डडसेना और सूर्यकांत तिवारी के भाई नवनीत तिवारी के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने बुधवार को स्पेशल कोर्ट में डेढ़ हजार पन्नों का चालान पेश किया है। कोल घोटाले में ईओडब्ल्यू का यह दूसरा पूरक चालान है। इसके पूर्व जांच एजेंसी ने पिछले वर्ष अक्टूबर 2024 में मनीष उपाध्याय एवं रजनीकांत तिवारी के खिलाफ कोर्ट में पूरक चालान पेश किया था। वर्तमान में नवनीत तथा देवेंद्र रायपुर सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।
दोनों आरोपी केन्द्रीय जेल रायपुर में निरूद्ध हैं। पूर्व में जुलाई 2024 में 15 आरोपियों-सौम्या चौरसिया, रानू साहू, समीर विश्नोई, शिवशंकर नाग, संदीप कुमार नायक, सूर्यकांत तिवारी, निखिल चंद्राकर, लक्ष्मीकांत तिवारी, हेमंत जायसवाल, चंद्रप्रकाश जायसवाल, शेख मोइनुद्दीन कुरैशी, पारेख कुर्रे, राहुल सिंह, रोशन कुमार सिंह एवं वीरेन्द्र जायसवाल के खिलाफ ईओडब्ल्यू के द्वारा अवैध कोल लेवी प्रकरण में प्रथम चालान प्रस्तुत किया गया था तथा अक्टूबर 2024 में 02 आरोपियों-मनीष उपाध्याय एवं रजनीकांत तिवारी के विरूद्ध पूरक चालान प्रस्तुत किया गया था।
नवनीत पर वसूल की गई रकम को नियमित रूप से रायगढ़ से रायपुर में सिंडिकेट के सदस्यों तक पहुंचाने का आरोप है। नवनीत, सूर्यकांत द्वारा अर्जित कोल स्कैम की अवैध आय से खरीदी गई संपत्तियों का बेनामीदार भी रहा है। इस बात की पुष्टि नवनीत के विरुद्ध डिजिटल, दस्तावेज, मौखिक साक्ष्य के माध्यम से होने का दावा किया गया है।