छत्तीसगढ़

दो आंगनबाड़ी सहायिकाएं पाई गई कोरोना पॉजिटिव

दुर्ग
 दुर्ग जिले के बोरीगारका ग्राम के कल देर शाम दो आंगनबाड़ी केन्द्रों की सहायिकाओं में कोरोना पॉजिटिव के लक्षण मिलने के बाद आज जिला प्रशासन की टीम पहुंची और दोनों केन्द्रों के भवनों को सेनिटाइज किया गया। साथ साथ ही दोनों सहायिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के परिजनों, ग्रामवासियों एवं बच्चों का कोरोना टेस्ट हेतु परीक्षण किया गया। सभी को कोरोना बचाव की समझाइश दी गई और उन्हें मोटिवेट भी किया गया। इसी के साथ दोनों सहायिकाओं के संपर्क में आए 150 लोगों को सूचीबद्ध किया गया है, आज और कल में 73 लोगों की जांच की गई है और इन सभी के सेंपल को रायपुर एम्स भेजा गया है जिनकी रिपोर्ट दो दिनों बाद मिलेगी। पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया है।

विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सीबीएस बंजारे ने बताया कि 13 जुलाई को ग्राम बोरीगारका की दो आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के संक्रमित होने के बाद दोनों आंगनबाड़ी को सैनिटाइज करने के बाद सील कर दिया गया। इन दोनों कार्यकतार्ओं के द्वारा आंगनबाड़ी में पढ़ रहे करीब 60 से 65 बच्चों को गोदी में उठाकर वजन कराया गया था जिसके कारण यह सभी बच्चे सीधे संपर्क में आए गए और अब इन सभी बच्चों का चरणबद्ध तरीके से कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। कल ही आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं के परिजनों का परीक्षण किया गया जिसमें दोनों के ही संपर्क में आए 33 परिजनों के सैंपल एकत्रित और आज 40 बच्चों का रेंडम सैंपल एकत्र कर आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए सभी सैंपल को रायपुर भेजा गया जिनकी रिपोर्ट 2 दिनों के बाद ही मिलेगी। कुल 150 लोगों को सूचीबद्ध किया गया है।

डॉ. बंजारे ने कहा कि कोरोना वायरस का असर 7 से 10 दिन के भीतर दिखता है, एक साथ सभी प्राइमरी कांटेक्ट में रहे लोगों का टेस्ट किए जाने पर सभी का परिणाम नेगेटिव ही आएगा इसीलिए 2 दिन रुक कर के फिर से रैंडम टेस्ट लिए जाएंगे। रैंडम टेस्ट का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी में एक ही परिवार से दो बच्चे भी पढ़ रहे हैं, तो उनमें से एक ही बच्चे का टेस्ट किया गया है। तीसरे चरण में बच्चों के माता-पिता का भी टेस्ट किया जाएगा। दोनों ही महिला कार्यकर्ता गांव के पंचायत भवन में भी गई थी और पंचायत भवन में कार्यरत सरपंच, उप सरपंच ,पंच ,पंचायत कंप्यूटर आॅपरेटर सहित 12 लोग से मिली थी, इन सभी के सैंपलों की भी जांच कर आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए रायपुर भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार प्राइमरी कांटेक्ट में रहे लोगों के सैंपल आगामी 1 सप्ताह तक एकत्रित करेगी, ताकि सही परिणाम मिल सके। डॉ. बंजारे ने बताया कि एक तरह से पूरे गांव को ही कंटेनमेंट जोन घोषित करके सील कर दिया गया है। गांव में कोई भी बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर पाएगा और गांव से भी किसी भी ग्रामीण को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है।

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