रायपुर। राजधानी में देवेंद्रनगर के निजी अस्पताल में डेंगू पीड़ित एक युवक ने दम तोड़ दिया। राजधानी डेंगू से पहली मौत हुई है, अंबेडकर अस्पताल में डेंगू के शक पर दो दर्जन से ज्यादा मरीजों को भर्ती किया गया है। शहर के सभी बड़े निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं।
भिलाई में एक माह के भीतर डेंगू के 70 मरीज मिल चुके हैं। गुरुवार को डेंगू के 7 नए मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम घर-घर जाकर डेंगू के संबंध में लोगों को जानकारी दे रही है। जांच में अभी भी कई घरों में लार्वा मिल रहे हैं
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू फैलाने वाले एडीजी मच्छर ज्यादातर सुबह और शाम के समय लोगों को काटते हैं। लेकिन ऐसा नहीं कि ये मच्छर सिर्फ दिन के समय में ही आपको काट सकते हैं। ये मच्छर रात और शाम के समय में भी काट सकते हैं। अगर आपके कमरे या घर में रोशनी ज्यादा है तो रात के समय में भी ये मच्छर काटने लगते हैं।
डेंगू के मच्छर का नाम (dengue mosquito name)है एडीज एजिप्टी (Aedes aegypti)। ये मच्छर गहरे रंग के होते हैं। इसकी पहचान आप इसके पैरों के चारों ओर सफेद बैंड और उसके शरीर पर तराजू की तरह दिखने वाले एक चांदी जैसे सफेद पैटर्न को देखकर कर सकते हैं। इस प्रकार के मच्छर आमतौर पर शहरी क्षेत्रों में और घरों के भीतर, ज्यादातर मानव निर्मित कंटेनरों में पाए जाते है।
कीटनाशको का छिडकाव सहित फागिंग। साथ ही प्रत्येक आवास सहित सभी भवनों में जैसे पशुओ एवं पक्षियों के लिए रखे पानी के पात्र, कूलर, पुराने टायर, नारियल के खोल, पुराने बर्तन, पानी की टंकिया, तथा अन्य जल-पात्र व जल जमाव के अन्य स्थानों का निरिक्षण कर मच्छरों के लार्वा विनिष्टीकरण के साथ ही निरोधक उपायों हेतु लोगों को जागरूक करने जानकारीयुक्त पाम्पलेट एवं नि;शुल्क लार्वानाशी (टेमीफोस) का वितरण किया जाना होगा ।