छत्तीसगढ़

बड़ी खबर: भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व IAS बाबूलाल और उनके भाईयों की गिरफ्तारी….प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में किया पेश…

रायपुर

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व आईएएस अधिकारी बीएल अग्रवाल व उनके भाइयों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है. अग्रवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक (पीएमएलए) एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.उनके खिलाफ यह मामला 2010 में आयकर छापे के बाद से उनके खिलाफ आईटी, सीबीआई और ईडी में मामले चल रहे हैं.

भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाए जाने के बाद बर्खास्त किए गए पूर्व आईएएस अधिकारी बाबूलाल अग्रवाल की गिरफ्तारी हो गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बाबूलाल अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. सूत्र बताते हैं कि फर्जी खाता खुलवाकर करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने के मामले में ईडी ने ये गिरफ्तारी की है. बता दें कि बाबूलाल अग्रवाल पर ये आरोप लगे थे कि खरोरा गांव के 447 ग्रामीणों के फर्जी खातों के जरिये करोड़ों रुपये के घोटाले को अंजाम दिया गया. इस मामले में आयकर विभाग ने ग्रामीणों को भी तब नोटिस जारी किया था. ईडी ने भी इस मामले में प्रकरण दर्ज किया था. सूत्र बताते हैं कि ईडी कल बाबूलाल को विशेष न्यायालय में पेश कर सकती है. गौरतलब है कि 1988 बैच के आईएएस बाबूलाल अग्रवाल पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में 2010 में केस दर्ज किया था. जिसके बाद रिश्वत देने के मामले में 22 फरवरी 2017 को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. आरोप है कि उस केस को खत्म कराने के लिए उन्होंने नोएडा और हैदराबाद के दो दलालों के माध्यम से पीएमओ को रिश्वत देने की कोशिश की थी. डील डेढ़ करोड़ में तय हुई थी जिसमें से 60 लाख नकद दिए जा चुके थे, बाकी रकम सोने के रूप में दी जानी थी. दिल्ली से रायपुर पहुंची सीबीआई की टीम ने उनके घर में छापा मारा था. जहां से सोना और नकद रुपए बरामद किए गए थे. गिरफ्तारी के बाद आईएएस बाबूलाल अग्रवाल 73 दिनों तक जेल में रहे. ईडी ने बाबूलाल अग्रवाल और उनके भाइयों की 36 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की थी. उच्च शिक्षा विभाग में प्रमुख सचिव रहे बाबूलाल अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था.

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