छत्तीसगढ़

भेंट मुलाकात कार्यक्रम: CM भूपेश बघेल दुर्ग संभाग के युवाओं से कर रहें संवाद..

दुर्ग: युवाओं के साथ भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव, कवर्धा, बालोद, बेमेतरा, खैरागढ़, मानपुर-मोहला-अंबागढ़-चौकी और दुर्ग जिले से आए युवाओं से जयंती स्टेडियम, भिलाई में सीधी बातचीत कर रहे हैं।

शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय राजनांदगांव के विद्यार्थी मुकेश कुमार साहू ने गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ विषय पर केंद्रित कविता पढ़ी। https://fb.watch/mcq12S4lIS/ मुकेश ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलायी जा रही जनहितैषी योजनाओं का समावेश अपनी कविता में करते हुए प्रस्तुति दी।

बालोद से टेकराम पटेल ने कहा कि मेरी माटी इस दुनिया को सुवासित करती है। आल्हादित करती है। महानदी की धाराओं की तरह हमारा विकास हो रहा है। स्वास्थ्य की बात करें तो धनवंतरी मेडिकल स्टोर खुले हैं।

हमारे प्रदेश में इलाज बेहतर हुआ है। बस एक काम और करना है। हर जिले में ऐसे हॉस्पिटल हों कि महानगरों में रिफर ही न करना पड़े। पूरे भारत में आज प्रदेश का नाम है। राम वन पथ गमन पर हुआ काम दुनिया जानती है।

गेड़ी और भौंरा गांव से निकल कर राजधानी पहुंच गया है। इसी से सपनों का छत्तीसगढ़ तैयार हो रहा है। नरवा से सिंचाई मिली। घुरूवा के दिन बहुर गए हैं। पुरखों के सपनों को पूरा करने मुख्यमंत्री बढ़ चुके हैं। राम राज्य के सपने को साकार करने अंगद जैसे युवा चाहिए। आप लोग अपने कका की मदद कीजिये। हमारे कका इतना मया दुलार करते हैं कि इसकी कोई सीमा नहीं है। इसलिए कका आपके मया में दीवाना हे छत्तीसगढ़।

मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संबोधन की शुरुआत की। कका अभी जिंदा है कहकर अपनी बात की आरम्भ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल 4 मई से हमने भेंट मुलाकात कार्यक्रम आरम्भ किया। सबसे भेंट की। समाज प्रमुखों से मिले। उस समय मन में आया कि युवाओं के साथ पृथक से संवाद हुआ।

मुख्यमंत्री ने पूछा कि किन युवाओं ने रायपुर और बिलासपुर का प्रोग्राम यूट्यूब से देखा।युवाओं ने आवाज लगाई हमने।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ युवाओं ने अपनी आकांक्षा बताई। उनका जो सपना है। वही हमारे पुरखों का भी सपना था। सरकार का भी यही सपना है। पौने 2 लाख करोड़ रुपये पैसा डालने का काम हमारी सरकार ने किया। इससे मंदी नहीं आई। यूनिवर्सिटी खोले, 4 मेडिकल कॉलेज खोले।

जहां -जहां भेंट मुलाकात के लिए गए, दो मांग आती है स्वामी आत्मानंद स्कूल खोल दें और बैंक खोल दें। इतने साल हो गए इंग्लिश माध्यम के कॉलेज नहीं थे। हमने 10 कॉलेज खोले। आगे भी खोलेंगे।

अब छत्तीसगढ़ की पहचान हमारी विशिष्ट संस्कृति से है। चाहे आदिवासी परम्परा हो, राम वन पथ गमन हो, कबीर सरोवर हो या बाबा घासीदास के पुण्यस्थलों से जुड़े स्थलों का विकास।

1 मई को जब हम बोरे बासी खाये तो सभी ने खाया। अब शिक्षा और संस्कृति से सम्पन्न भविष्य नई पीढ़ी का होगा।

कमलेश साहू दिग्विजय कॉलेज से ने बताया कि ज्ञानेश्वरी जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय पदक लाये हमारे यहां की ही है।

हमको अंतरराष्ट्रीय खेलना है तो पीटी टीचर गांव में भी चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले केवल 2 आवासीय खेल अकादमी थी। अब 8 हैं। खेल को बढ़ावा देने हम विशेष प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए नियत समय के लिए स्कूलों हेतु कोच से एग्रीमेंट कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने 13 पदक जीते हैं। आप बस्तर, राजनांदगांव, बिलासपुर के स्टेडियम देखिए।
भिलाई में तो खेल का रुझान है। ऐसे खेलों का भी आयोजन हो रहा है जिनका नाम भी नहीं सुना। अबूझमाड़ के खिलाड़ियों ने मल्लखंभ में देश भर में नाम कमाया है।https://fb.watch/mcrl16RPzi/

कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा कविता वर्मा ने मुख्यमंत्री बघेल से बात करते हुए मर्रा में कृषि विद्यालय खोलने के लिए धन्यवाद दिया। कविता ने छात्रों के लिए बस सुविधा और महाविद्यालय में आईसीटी लैब की स्थापना की मांग की। आरती देशमुख ने कहा कि पॉलीटेक्निक में स्कोप तब होगा जब यहां सॉफ्टवेयर कंपनी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दिशा में काम हो रहा है। जल्द ही आपको अच्छी सूचना मिलेगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार में 112 करोड़ रुपये बेरोजगारी भत्ते के रूप में दिए गए हैं। 300 रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाये गये हैं। हमने टाटा कंपनी से एग्रीमेंट किया है, जिसमें 36 आईटीआई का उन्नयन होगा, यह 1186 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। इससे 10 हजार युवाओं के लिए रोजगार की संभावना होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भिलाई से महिंद्रा टेक के साथ बीपीओ से बात की है, इससे भी रोजगार सृजन होगा।

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