महासमुंद: महासमुंद जिला में बेटे ने ही अपने माता-पिता और दादी की हत्या की और फिर लाश को घर के आंगन में जला दिया। इसके बाद वह पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने माता-पिता और दादी के लापता होने की कहानी बताकर घुमाता रहा। लेकिन लापता शिक्षक और आरोपी बेटे के मोबाइल फोन ने इस घटना सुलझा दिया हैं।
महासमुंद जिला के सिंघोड़ा थाना में एक शिक्षक दंपति और उनकी मां के लापता होने की रिपोर्ट 12 मई को दर्ज कराया गया था। शिक्षक प्रभात भोई के बड़े बेटे उदित भोई ने ये रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि 8 मई को उसके माता-पिता और दादी रायपुर इलाज के लिए गये हुए थे। लेकिन इसके बाद वो दोबारा घर नही लौटे। पुलिस ने शिक्षक दंपति और उनकी मां के लापता होने के इस मामले की तफ्तीश शुरू की। मामले की जांच में ये बात सामने आयी कि घटना के दिन से ही शिक्षक प्रभात भोई का मोबाइल बंद हैं। पुलिस की पूछताछ में ये बात भी सामने आया कि शिक्षक के मोबाइल से उसके बेटे के मोबाइल पर जल्द वापस आने और सब लोग ठीक होने का मैसेज आया था।
बस यही बात पुलिस को खटक गयी। पुलिस शह गहराने लगा कि अगर सबकुछ सही हैं,तो लापता शिक्षक ने बेटे से काॅल कर बात करने के बजाये मैसेज क्यू किया गया ? इसके बाद पुलिस टीम ने लापता शिक्षक प्रभात भाई और उसके बेटे के मोबाइल नंबर को इंटर सेप्शन पर रखा गया। बताया जा रहा हैं कि पुलिस की जांच में ये खुलासा हुआ कि जिस दिन मैसेज किया गया, उसे दिन लापता शिक्षक और बेटे के मोबाइल का टाॅवर लोकेशन महासमुंद के घर का ही था। इस जानकारी के बाद पुलिस का शक और गहरा गया। इसके बाद 15 मई को लापता शिक्षक का मोबाइल कुछ मिनटों के लिए दोबारा ऑन हुआ था। इस बार भी मोबाइल का लोकेशन लापता शिक्षक के घर का ही मिला। जिसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर शिक्षक के घर की तलाशी शुरू की। जांच के दौरान घर के अंदर और आंगन से खून के दाग के साथ ही जले हुए अस्थी अवशेष पुलिस ने बरामद किये।
पुलिस ने शिक्षक प्रभात भोई के बेटे उदित भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। बताया जा रहा हैं कि पुलिस की कड़ी मशक्कत और सख्ती से पूछताछ के बाद भी आरोपी बेटा पुलिस को गुमराह करता रहा। पुलिस अधिकारियों की पूछताछ और घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों की जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी उदित भाई के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपाने का अपराध दर्ज कर अरेस्ट कर लिया हैं। आरोपी बेटा पिछले कुछ दिनों से पिता की जगह संविदा में नौकरी की जानकारी गांव में जुटाने का प्रयास कर रहा था। पिता की नौकरी को हथियाने के लिए ही उसने घर में खूनी खेल खेला। आशंका हैं कि पहले उसने अपने पिता की हत्या की इस दौरान बीच बचाव करने आई मां और दादी की भी उसने हत्या कर दी।