बलौद
तीन दिन पहले हुये शिक्षक के बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया था। जिसको लेकर पुलिस लगातार जांच कर रही थी। हत्या को लेकर पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।बताया जा रहा है कि शिक्षक का हत्यारा कोई और नहीं बल्की उसकी पत्नी और प्रेमी ही निकला है।
प्रेमी के साथ मिलकर इस पूरी घटना को साजिश रच कर वारदात को दिया अंजाम, आरोपी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति के हत्या की सुपारी रायपुर के युवकों को दी थी। इस मामले में पुलिस ने पत्नी, आरोपी प्रेमी 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना बलोद थाना क्षेत्र के तांदुला डेम की है। सूचना के बाद पुलिस, फाॅरेंसिक, सायबर और डाॅग रक्वाड की टीम मौके पर पहुंची। मृतक के गले, पसली और सिर पर गंभीर चोट के निशान थे, जिसके बाद मामले को हत्या से जोड़कर एसएसपी जितेंद्र मीणा ने एडिशनल एसपी डीआर पोर्ते और डीएसपी दिनेश सिंहा को जांच के आदेश दिए। इस दौरान पुलिस को खून से सनी एक स्कूटी बालोद बस स्टैण्ड के पास मिली। स्कूटी किसी माधुरी मांडले के नाम पर थी। पुलिस ने जब महिला से उस स्कूटी के संबंध में पूछताछ की तो पता चला की उसका पति हिमांशु मांडले 20 दिसंबर को घर से निकला था जो अबतक के वापस नहीं आया है। परिजनों की शिनाख्त के बाद शव की पहचान हिमांशु मांडले 35 वर्ष के रूप में की गई। हिमांशु मांडले अटल विहार काॅलोनी सिवनी बालोद के एक स्कूल में खेल शिक्षक के पद पर पदस्थ था। पूछताछ के दौरान शिक्षक की पत्नी ने प्रेमी लोकेन्द्र को बताया कि उसके पति के साथ बहुत ज्यादा लड़ाई झगड़ा होते रहते है, जिससे वो काफी परेशान है। और अब वो उससे अलग रहना चाहती है। जिसके बाद दोनों ने मिलकर शिक्षक हिमांशु मांडले की हत्या की साजिश रची। आरोपी प्रेमी ने हिमांशु की हत्या के लिए अपने पूर्व परिचित रायपुर निवासी दोस्त निखिल सोनवानी को इसकी सुपारी दी। 20 दिसंबर को निखिल अपने दोस्त कृष्णकांत शर्मा उर्फ गोलू, गोविंद सोनी व 2 अन्य नाबालिग के साथ इनोवा कार किराये पर लेकर बालोद पहुंचा। बालोद पहुंचने से पहले सभी ने अपना मोबाईल फोन बंद कर दिया। शाम लगभग 6 बजे के बीच बालोद बस स्टैण्ड पहुंचे जहां पहले से लोकेन्द्र पटेल मौजूद था। निखिल सोनवानी ने रायपुर से साथ आये सभी आरोपियों को लोकेन्द्र पटेल से मिलाया। इसके बाद सभी लोगों ने बस स्टैण्ड में चाय-नाश्ता किये और इनोवा कार से काॅलेज रोड़ तिराहा तक गये। इसके बाद इनोवा कार चालक को 100 रूपये देकर नाश्ता करने तथा बस स्टैण्ड में ही रहने को कहा गया। आरोपी लोकेन्द्र पहले से ही मृतक हिमांशु को बता दिया था कि उसके कुछ दोस्त आ रहे हैं जिनके साथ वो पार्टी करने वाले है। थोड़ी देर बाद लोकेन्द्र पटेल ने हिमांशु मांडले को फोन करके बस स्टैण्ड बुलाया, जिसके बाद सभी शराब लेकर तांदुला डेम आये। यहां पर सभी ने जमकर शराब पी और उसी दौरान लोकेन्द्र पटेल ने कृष्णकांत को इशारे से हिमांशु मांडले को मारने कहा, तब उसके नाबालिग दोस्तों ने जेब से चाकू निकालकर पीछे से हिमांशु मांडले के गर्दन में ताबड़तोड़ वार कर दिया। आरोपियों ने पत्थर,चाकू और हथौड़ी से हमला कर दिया जिसके बाद मौके पर ही मौत हो गई। और मृतक की स्कूटी को बस स्टैंड में छुपाकर इनोवा कार से फरार हो गए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी लोकेन्द्र पटेल के निशानदेही पर रायपुर से सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर आज इस पूरे मामले का खुलासा एसएसपी जीतेन्द्र मीना ने किया। गिरफ्तार आरोपियों में मृतक की पत्नी माधुरी मांडले, लोकेन्द्र पटेल, निखिल सोनवानी ,कृष्णकांत शर्मा, गोविंद सोनी सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीँ एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी लोकेन्द्र पटेल पहले भी जेल जा चुका था। साथ ही आरोपी कृष्णकांत शर्मा उर्फ गोलू के विरूद्ध थाना कोतवाली रायपुर में चाकूबाजी के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। आरोपियों के पास से 1 नग बटन चाकू, हथौड़ी, पत्थर, 4 नग मोबाईल, इनोवा कार और मृतक की स्कूटी जब्त कर ली है।