इंदौर । सप्त क्रांति से महिलाओं एवं बेटियों के जीवन में लाया जा रहा है सकारात्मक बदलाव लाया जा रहा है मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा लाड़ली बहना योजना में अब 21 वर्ष उम्र तक की विवाहित और ट्रेक्टर वाले परिवारों की महिलाएँ भी शामिल होगी । आवेदन लेने का सिलसिला 25 जुलाई से प्रारंभ होगा।
इंदौर में आयोजित प्रदेश स्तरीय लाड़ली बहना सम्मेलन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की 1.25 करोड़ से अधिक बहनों के खाते में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की दूसरी किस्त की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। उन्होंने वर्चुअली प्रदेश के सभी जिलों में मौजूद लाड़ली बहनों को संबोधित किया और प्रदेश में वार्ड तथा ग्राम पंचायतों में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्यों को शपथ भी दिलाई।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सप्त क्रांति के माध्यम से प्रदेश में महिलाओं एवं बेटियों के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने, जीवन की सुरक्षा, सशक्त बनाने, कल्याण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य में मदद देने और आजीविका के साधन तथा अवसर उपलब्ध कराने के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। महिलाओं एवं बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की पहल की जा रही है। यह एक सामाजिक क्रांति है।
*मध्यप्रदेश में बहनों के उत्थान के लिए सप्त क्रांति*
1. लाड़ली लक्ष्मी योजना
2. पंचायत एवं स्थानीय निकायों में 50% आरक्षण
3. शिक्षकों की भर्ती में 50% तथा पुलिस की भर्ती में 30% आरक्षण
4. मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना
5. बहनों के नाम सम्पत्ति की रजिस्ट्री पर 1% स्टाम्प शुल्क
6. मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना
7. आजीविका मिशन के माध्यम से हर बहन की आमदनी 10 हजार महीना करने का लक्ष्य। महिला स्व-सहायता समूह को विभिन्न गतिविधियों के लिए बैंकों से 2% ब्याज पर ऋण।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में दस तारीख का दिन अब ऐतिहासिक हो गया है। यह दिन बहनों के सम्मान, शान, स्वाभिमान, स्वावलंबन तथा सामाजिक क्रांति का दिन बन गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में मिल रही राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर तीन हजार रूपये प्रतिमाह तक किया जाएगा। साथ ही महिलाओं को आजीविका मिशन में अवसर उपलब्ध करा कर उनकी आमदनी हर माह 10 हजार रूपये तक की जायेगी।
25 जुलाई से फिर भरे जाएंगे फॉर्म
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में अब वैवाहिक पात्र महिलाओं की न्यूनतम आयु 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की गई है। साथ ही ट्रेक्टर वाले परिवारों की महिलाओं को भी योजना में शामिल किया गया है। इन पात्र महिलाओं से आवेदन-पत्र जमा करने का सिलसिला 25 जुलाई से प्रारंभ किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना सेना के सदस्यों के कर्तव्यों और दायित्वों की जानकारी देते हुए कहा कि यह सेना संगठित प्रयास कर विभागीय अधिकारियों के सहयोग से जरूरतमंद बहनों को शासन की योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ दिलाने का कार्य करेंगी। इनकी हर माह बैठक होगी। यह सेना एक नई सामाजिक क्रांति की संवाहक बनेंगी, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य करेंगी और सामाजिक सुधार के अभियानों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहनों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि जब तक मेरी साँस रहेगी, मैं जीवन भर बहनों की सेवा करते रहूँगा। प्रयास यह है कि किसी भी महिला के साथ अन्याय नहीं हो, वे सशक्त तथा मजबूत बनें, उन्हें किसी भी बेबसी का सामना नहीं करना पड़े, वे खुशहाल जीवन जिये। उन्हें छोटी-छोटी जरूरतों के लिये किसी ओर के सामने देखना नहीं पड़े और वे आर्थिक रूप से मजबूत बनें। उनके पास अगर पैसा रहेगा, तो परिवार और समाज में उनका मान-स्वाभिमान बढ़ेगा। लाड़ली बहना योजना महिलाओं के मान-स्वाभिमान को बढ़ाने की योजना है। लाड़ली बहना योजना में एक हजार रूपये की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर 1250 रूपये, 1500 रूपये, 1750 रूपये, 2000 रूपये, 2250 रूपये, 2500 रूपये, 2750 रूपये और फिर 3000 रूपये प्रतिमाह तक किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश में बेटियाँ अब बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। योजना में 45 लाख से अधिक बेटियाँ लाभान्वित हो रही हैं। उन्हें इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की पढ़ाई की भी फीस भरने की जरूरत नहीं रहेगी, फीस मामा भरवाएगा। बेटियों के साथ ही अब प्रदेश के प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्कूटी, लेपटॉप, साइकल आदि देने का काम तेजी से किया जा रहा है। आगामी 26 जुलाई को मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप वितरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी और सुश्री कविता पाटीदार, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, राज्य सफाई कामगार आयोग के अध्यक्ष श्री प्रताप करोसिया, विधायक सर्वश्री रमेश मैंदोला, श्रीमती मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय तथा महेन्द्र हार्डिया, गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सर्वश्री सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, जीतू जिराती तथा श्री मनोज पटेल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उत्साह का अद्भुत वातावरण
सम्मेलन में उत्साह का अद्भुत वातावरण था। लाड़ली बहनों के अनुभव पर आधारित किस्सागोई, रागिनी मक्खर के दल द्वारा देवी आराधना, शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित नृत्य नाटिका, महिलाओं के सशक्तिकरण पर आधारित शस्त्र-अस्त्र कला प्रदर्शन सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों और गन्नू महाराज तथा द्वारका मंत्री की भजनों की प्रस्तुतियाँ हुई। भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियों पर लाड़ली बहनों ने जयकारों से माहौल को उत्सवी बना दिया।
लाड़ली बहनों का अभिनंदन
सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुष्प वर्षा कर लाड़ली बहनों का स्वागत-अभिनंदन किया। अपने स्वागत-सम्मान के प्रत्युत्तर में लाड़ली बहनों ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों और लाड़ली बहनों के पांव पखार कर उनका सम्मान किया। अनेक सौगात मिलने पर आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितलाभ वितरित किये।
लाड़ली बहना सेना के सदस्यों को दिलायी शपथ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअली पूरे प्रदेश में गठित लाड़ली बहना सेना की सदस्याओं को शपथ दिलाई कि “वे अपने क्षेत्र की बहनों के कल्याण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी देने और जागरूकता बढ़ाने का कार्य करेंगी। अपने क्षेत्र की बहनों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले, इसके लिए हरसंभव सहयोग करेंगी, लाड़ली बहनों की अपने परिवार के सदस्य की तरह चिंता करेंगी और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने में पूरी मदद करेंगी। नशामुक्ति, पेड़ लगाने, बिजली बचाने साफ-सफाई, बेटी-बचाने, बेटी-पढ़ाने और पानी बचाने जैसे सामाजिक सुधार के अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। सम्मेलन में लाड़ली बहनों ने अपने भैय्या श्री शिवराज सिंह चौहान को 101 फीट लंबी राखी भेंट की।