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बूढ़ी गंडक का कहर: मुजफ्फरपुर में फिर बाढ़ का साया

मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी के बाद अब बूढ़ी गंडक नदी भी उफान पर आ गई है। बागमती नदी जहां पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और तटवर्ती इलाकों में कटाव मचा रही है, वहीं अब शहर के बीच से गुजरने वाली बूढ़ी गंडक के जलस्तर में भी तेजी से इजाफा देखा जा रहा है।

नेपाल और तराई क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण जिले की नदियों में पानी बढ़ गया है, जिससे बाढ़ का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। बताया जा रहा है कि बागमती नदी ने औराई, कटरा और गायघाट में रौद्र रूप धारण कर लिया है, जबकि अब बूढ़ी गंडक भी उफान पर है और आसपास के इलाकों में पानी फैलने लगा है।

स्थिति को देखते हुए शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोगों में दहशत का माहौल है। विशेषकर मुजफ्फरपुर शहर क्षेत्र के शेखपुर ढाब, अखाड़ा घाट, नाजीरपुर, लकड़ी ढाई, चंदवारा, आश्रम घाट और सिकंदरपुर जैसे इलाकों में खतरा बढ़ गया है, क्योंकि ये क्षेत्र बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसे हैं। अगर जलस्तर में और वृद्धि हुई, तो शहर के निचले इलाकों में पानी घुसने की संभावना है।

जिला प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट मोड अपनाया है। संबंधित विभागों को तटबंधों की निगरानी और मरम्मत का निर्देश दिया गया है। जल संसाधन विभाग और स्थानीय प्रशासन को लगातार मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए हैं। इधर, बागमती नदी अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिले के तीन प्रखंडों के कई गांवों में नदी का पानी घुस चुका है। कई स्कूलों में जलभराव होने से पठन-पाठन कार्य बाधित है, जबकि सड़कों पर पानी बहने से आवाजाही प्रभावित हुई है। प्रशासन ने संबंधित प्रखंडों के अंचल अधिकारियों और जल संसाधन विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके।

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