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तेजस्वी को तेज प्रताप की ललकार: बोले– अब अर्जुन-कृष्ण की तर्ज पर होगा फैसला

हाजीपुर

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राजद नेता तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को खुला चैलेंज दिया है। हाजीपुर के महुआ पहुंचे तेज प्रताप ने कहा कि अगर तेजस्वी खुद को अर्जुन मानते हैं, तो पहले बांसुरी बजाकर दिखाएं। तभी तय होगा कि असली 'कृष्ण' कौन है और 'अर्जुन' कौन।

तेज प्रताप यादव मंगलवार को अपने पुराने विधानसभा क्षेत्र महुआ के दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने महुआ के विधायक मुकेश रोशन को भी जमकर निशाने पर लिया और उन्हें ‘बहरूपिया’ कह डाला। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर बहरूपिया आपके यहां आए, तो उसे झुनझुना दे दीजिए। जब-जब मैं महुआ आता हूं, यहां का बहरूपिया विधायक रोने लगता है।

सब्जी मंडी को लेकर किया बड़ा एलान
तेज प्रताप ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर उन्हें जनता मौका देती है और वे फिर से महुआ के विधायक बनते हैं, तो परसौनीया की सब्जी मंडी के लिए एक अलग और बेहतर बिल्डिंग का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब महिलाएं सड़क किनारे सब्जी बेचती हैं, उनके लिए व्यवस्थित जगह मुहैया कराई जाएगी।

मेरे शरीर में सामाजिक न्याय का खून बहता है
जनसभा के दौरान तेज प्रताप ने खुद को लालू प्रसाद यादव की विरासत का असली उत्तराधिकारी बताया। उन्होंने कहा, "मेरे शरीर में सामाजिक न्याय का खून बहता है, लालू यादव का खून बहता है। अगर आप मुझे जिताते हैं, तो असल में लालू जी को जीत दिलाते हैं। तेज प्रताप ने आगे कहा कि महुआ की माताओं और बहनों से मैं अपील करता हूं कि एक बार मुझे मौका दीजिए। यहां बिजली की समस्या है। अगर मैं विधायक बनता हूं तो बिजली फ्री कर दूंगा।

मेडिकल कॉलेज को लेकर किया दावा
तेज प्रताप यादव ने यह भी दावा किया कि महुआ में मेडिकल कॉलेज लाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनने से महुआ का विकास हुआ है, यहां की ज़मीन की कीमतें बढ़ी हैं। लेकिन हर काम एकदम से नहीं होता, सब कुछ स्टेप बाय स्टेप होता है। उन्होंने कहा कि जो लोग चाहते हैं कि महुआ के लोग हमेशा हार मानते रहें, वे 'बहरूपिया' हैं। लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे।

50 गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंचे महुआ
तेज प्रताप यादव पटना से लगभग 50 गाड़ियों के काफिले के साथ महुआ पहुंचे थे। दौरे की शुरुआत उन्होंने राधा-बिहारी मंदिर में पूजा-अर्चना से की। इसके बाद उन्होंने विभिन्न जगहों पर जनसंवाद किया और एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया।

 

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