प्रचंड गर्मी से राहत पाने के लिए एसी लगवाएं या लोहे वाला कूलर खरीद लाएं. किसमें कम बिजली की खपत होगी और हर महीने हजारों की बचत कर सकेंगे. अगर आप भी इसी उधेड़बुन में हैं तो आज सारी कंफ्यूजन दूर किए देते हैं.एक साधारण गुणा-गणित से बताएंगे कि अगर लोहे का ठीक-ठाक बड़ा और थोड़ा पुराना कूलर भी यूज करते हैं तो एसी के मुकाबले यह किफायती होगा या खर्चीला. इसके लिए हम 1.5 टन के एसी से तुलना करेंगे जो 5 स्टार रेटिंग वाला होगा. माना जाता है कि 5 स्टार रेटिंग वाले उपकरण सबसे कम बिजली की खपत करते हैं. बिजली के बिल की तुलना के लिए हमने औसत 7 रुपये यूनिट का खर्च माना है.
रोज कितनी बिजली खाएगा कूलर
मान लीजिए आपके पास लोहे का पुराना कूलर है. इलेक्ट्रीशियन के मुताबिक, यह कूलर प्रति घंटे 400 वाट तक बिजली खपत करता है. इस तरह, अगर आप प्रतिदिन 12 घंटे कूलर चलाते हैं तो 4800 वॉट बिजली की खपत होगी. 1000 वॉट का एक यूनिट होता है तो रोजाना आपका कूलर 4.8 यूनिट बिजली खर्च करेगा. महीने में कुल बिजली खपत होगी 150 यूनिट की.
एसी में कितनी है बिजली की खपत
आपने 1.5 टन का एसी लगाया है, जो फाइव स्टार रेटिंग वाला है. यह एसी हर घंटे करीब 840 वॉट बिजली की खपत करेगा. इसे रोजाना 12 घंटे चलाते हैं तो 10,080 वॉट बिजली की खपत करेगा. 1000 वॉट का एक यूनिट होता है तो आपकी रोजाना बिजली खपत करीब 10 यूनिट की होगी. इसका सीधा मतलब हुआ कि कूलर के मुकाबले यह एसी दोगुना बिजली खपत करेगा. इस तरह, महीने में कुल बिजली खपत करीब 300 यूनिट की होगी.
महीने के बिल में कितना अंतर
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि दोनों के खर्च की तुलना के लिए 7 रुपये यूनिट बिजली का भाव मान लेते हैं. इस तरह, सिर्फ कूलर चलाने पर ही महीने में आपका बिजली का बिल 1,050 रुपये आएगा. वहीं, एसी की बात करें तो इसका बिल हर महीने 2,100 रुपये के करीब होगा. इस तरह, आपने देखा कि एसी के मुकाबले कूलर चलाने पर आप हर महीने 1,050 रुपये की बचत बिजली बिल में कर सकते हैं