मंडला
टाइगर्स के लिए पूरे देश में मशहूर मध्य प्रदेश के नाम एक और बड़ी उपलब्धि है. मध्य प्रदेश का कान्हा टाइगर रिजर्व शाकाहारी वन्यजीवों की संख्या के मामले में देश में नंबर वन बन गया है. वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में नंबर-1 का स्थान दिया गया है, वहीं जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क दूसरे स्थान पर आया है. बता दें कि मध्य प्रदेश का कान्हा टाइगर रिजर्व अपने टाइगर्स की लिए देश-दुनिया में जाना जाता है और यहां दूर-दूर से लोग टाइगर्स का दीदार करने आते हैं.
WII की रिपोर्ट में कान्हा नेशनल पार्क नंबर-1
वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII) ने देशभर के टाइगर रिजर्व और नेशनल पार्क की स्टडी की थी. यहां खासतौर पर शाकाहारी वन्यजीवों पर रिसर्च की गई. रिसर्च में पाया गया कि मध्य प्रदेश के कान्हा टाइगर रिजर्व में चीतल, गौर, सांभर, बार्किंग डीयर सहित कई अन्य शाकाहारी जानवरों की संख्या सबसे ज्यादा है. कान्हा टाइगर रिजर्व ने इस मामले में देश के अन्य टाइगर रिजर्व के साथ-साथ जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को भी पछाड़ दिया है.
इसी वजह से कान्हा टाइगर्स के लिए अनुकूल
वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया कि कान्हा टाइगर रिजर्व की जैवविविधता सबसे बेहतर है. यहां सबसे ज्यादा शाकाहारी वन्यजीवों की मौजूदी टाइगर्स के संरक्षण के लिए जबर्दस्त है. ये यहां की पूरी फूड चेन के लिए अच्छा संकेत है. पिछले वर्ष की रिसर्च के आधार पर वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस रिपोर्ट को पेश किया है.
2074 वर्ग किमी में फैला है कान्हा टाइगर रिजर्व
कान्हा टाइगर रिजर्व का कोर और बफर एरिया 2074.31 वर्ग किलोमीटर फैला हुआ है. इस पूरे क्षेत्र में टाइगर्स के साथ-साथ बाराहसिंघा, सांभर, चीतल, गौर, बार्किंग डीयर, लंगूर, जंगली सूअर समेत कई वन्य प्राणियों की भरमार है. शाकाहारी वन्य प्राणियों की अधिक संख्या की वजह से दूसरे मांसाहारी जीव खासतौर पर टाइगर्स के लिए ये जगह उपयुक्त है.
जैव विविधता का अनूठा उदाहरण है कान्हा नेशनल पार्क
कान्हा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर पुनीत गोयल के मुताबिक, ” कान्हा टाइगर रिजर्व शाकाहारी वन्य जीव के मामले में पूरे भारत में नंबर वन है. जहां शाकाहारी वन्य जीवों की तादाद ज्यादा होती है, वहां मांसाहारी वन्य जीव भी अधिक होते हैं.यही वजह है कि कान्हा टाइगर रिजर्व जैव विविधता का सबसे अच्छा उदाहरण है.