रायपुर। पुलिस ने थाना आमानाका, कबीर नगर और न्यू राजेंद्र नगर क्षेत्रों में आधा दर्जन फ्लैटों में चोरी करने वाले दो अंतर्राज्यीय चोरों को गिरफ्तार किया है। मामले की शुरुआत तब हुई जब पगाटिका कलवा ने आमानाका थाने में शिकायत दर्ज की कि 3 अगस्त को उनके सटर्लिंग होम सरोवर पोर्टिको के पास स्थित फ्लैट का ताला तोड़कर सोने-चांदी के जेवर चोरी हो गए। इसी तरह, लोकनाथ देवांगन और भावना यदु ने कबीर नगर और न्यू राजेंद्र नगर थानों में अपने फ्लैटों में चोरी की शिकायत दर्ज की।
पुलिस ने इनके कब्जे से 36 ग्राम सोने के जेवर, 843 ग्राम चांदी के जेवर, 9 हाथ घड़ियां, एक आईफोन और तीन मोबाइल फोन सहित कुल 6,20,000 रुपये का माल बरामद किया। आरोपियों के खिलाफ थाना आमानाका में अपराध क्रमांक 250/25, कबीर नगर में 142/25 और न्यू राजेंद्र नगर में 172/25 के तहत धारा 331(3), 305(ए) बी.एन.एस. के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. अन्य शिकायतों के आधार पर भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
महाराष्ट्र के निवासी विनोद सन्नी गौर (22) और रेयान उर्फ अमन फैय्याज शेख (20) को अम्बिकापुर से पकड़ा गया। दोनों आरोपियों ने घूमते हुए फ्लैटों को निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया और घटना के बाद फरार हो गए थे।
चोरी की घटनाओं को उमनि एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी.आर.पार्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक श्री अमन झा (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक क्राईम श्री संजय सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक पुरानी बस्ती श्री राजेश देवांगन, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी आमानाका, कबीर नगर एवं न्यू राजेन्द्र नगर को अज्ञात अरोपी की जल्द से जल्द पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा संबंधित थानों की संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थलों का निरीक्षण कर प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। घटना स्थल का निरीक्षण करने पर पाया गया कि अज्ञात आरोपी द्वारा सभी घटनाओं को एक ही तरीका वारदात के आधार पर अंजाम दिया गया है तथा फ्लैटों को अपना निशाना बनाया गया है। तरीका वारदात के आधार पर किसी बाहरी गिरोह के सदस्यों द्वारा घटनाओं को अंजाम देना प्रतीत हो रहा था।
जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा बाहरी गिरोह को फोकस करते हुये कार्य करना प्रारंभ किया गया। प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया गया। शहर में स्थित होटल/लॉज की चेकिंग करने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे।