दुर्ग। भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में आज उस समय हड़कंप मच गया जब कोक ओवन बैटरी 5-6 का जर्जर स्ट्रक्चर अचानक ढह गया। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं और मेंटेनेंस को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। बताया जा रहा है कि स्ट्रक्चर के नीचे आमतौर पर कर्मचारियों की आवाजाही होती है, लेकिन हादसे के वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद संयंत्र प्रबंधन ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीएसपी के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। कोक ओवन बैटरी 5-6 के ढहने से हॉट मेटल प्रोडक्शन पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्लांट को आर्थिक रूप से भारी क्षति
सौभाग्य से इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन संयंत्र को तकनीकी और आर्थिक रूप से भारी क्षति उठानी पड़ी है। कोल सप्लाई में व्यवधान आने से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। गौरतलब है कि भिलाई इस्पात संयंत्र में गैलरी गिरने की यह कोई पहली घटना नहीं है।
इससे पहले भी कई बार इस प्रकार की घटनाएं घट चुकी हैं, जिनमें संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे थे। पूर्व में 2022 में गैलरी के एक हिस्से में दरारें आई थीं, और 2023 में प्लेट मिल में भी एक गैलरी का हिस्सा गिर चुका है।
लगातार घटनाओं ने बढ़ाई टेंशन
ऐसी घटनाएं यह संकेत देती हैं कि संयंत्र में संरचनात्मक सुरक्षा और समय पर मेंटेनेंस की ओर समुचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे न केवल संयंत्र के संसाधनों को नुकसान हो रहा है, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ती जा रही है। अब देखने वाली बात होगी कि प्रबंधन इस बार इस गंभीर घटना से क्या सबक लेता है और भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाता है।