मानेसर
गुरुग्राम के मानेसर नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर चल रहे सियासी घमासान के बीच भाजपा ने दोनों पदों पर नाम फाइनल कर दिए हैं। राव इंद्रजीत को झटका देने के लिए भाजपा ने अपने एक रणनीतिकार के साथ 12 पार्षदों को फिर अंडरग्राउंड।ताकि पार्षद राव इंद्रजीत की समर्थकों के संपर्क में न आएं। उनकी लोकेशन नेपाल के काठमांडू की बताई जा रही है। कैबिनेट मंत्री राव नरबीर के समर्थक ने इसकी पुष्टि की है।
मानेसर में राव वर्सेज राव
मानेसर में मेयर चुनाव की तरह सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर बनाने को लेकर राव वर्सेज है। केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम सांसद राव इंद्रजीत सिंह और हरियाणा के कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के बीच सियासी टकराव बना हुआ है।
यहां मेयर का ताज निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. इंद्रजीत के पास है, जिन्हें राव इंद्रजीत खेमे का समर्थक माना जाता है। डॉ. इंद्रजीत की जीत से कैबिनेट मंत्री राव नरबीर को तगड़ा झटका था। क्योंकि भाजपा प्रत्याशी सुंदरलाल यादव को जितवाने के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगाई थी और प्रदेश के तमाम मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री ने भी रैलियां की थी।
मेयर चुनाव हारना भाजपा को बड़ा झटका
दूसरी ओर राव इंद्रजीत खेमा भी अपने समर्थक पार्षदों को एकजुट रखने और इन पदों पर अपने लोगों को लाने की रणनीति बना रहा है। मानेसर नगर निगम में मेयर चुनाव में भाजपा को पहले ही करारा झटका लग चुका है।
जब निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. इंद्रजीत ने भाजपा के सुंदरलाल यादव को 2293 वोटों से हराकर मेयर की कुर्सी हासिल की थी। इसके अलावा, 20 में से 13 पार्षद सीटें भी निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीती थीं, जबकि भाजपा को केवल सात सीटों से संतोष करना पड़ा।
अब राव इंद्रजीत को झटका देने की तैयारी
मानेसर में हार के बाद से ही राव नरबीर सिंह समर्थक यहां सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी पर भाजपा के पार्षदों को बैठाने के लिए जुटे हुए हैं। राव नरबीर सिंह ने 7 निर्दलीय पार्षदों को भाजपा में शामिल करवाकर अपनी स्थिति मजबूत की थी, जिससे पार्टी के पास 14 पार्षदों का समर्थन हो गया था।
इसके साथ ही भाजपा के एक नेता ने 12 पार्षदों को लेकर काठमांडू की उड़ान भर ली है, ताकि इन्हें राव इंद्रजीत के खेमे के प्रभाव से बचाया जा सके। पिछले महीने भी 12 पार्षदों को कभी गुवाहाटी तो कभी गोवा की सैर कराई गई। हालांकि फोन पर कुछ पार्षदों का कहना है कि वे अपनी मर्जी से यहां आएं हैं।
भाजपा का दावा, दो और पार्षद के संपर्क में मिली जानकारी के अनुसार, राव नरबीर खेमा अभी भी दो और पार्षदों के संपर्क में है, जिनके लिए काठमांडू जाने की एयर टिकट बुक करवाई जा रही है। इस रणनीति के तहत राव नरबीर सिंह सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों पर अपने समर्थकों को बैठाने की कोशिश में हैं, ताकि मानेसर नगर निगम में भाजपा का दबदबा कायम हो सके।
मानेसर में सत्ता का समीकरण बदल सकता है इस हार का कारण राव इंद्रजीत की चुनाव प्रचार से दूरी और टिकट वितरण में उनकी अनदेखी को माना गया। अब डिप्टी मेयर के चुनाव में राव नरबीर खेमा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। सियासी गलियारों में चर्चा है कि राव नरबीर के समर्थकों की रणनीति के चलते मानेसर में सत्ता का समीकरण बदल सकता है।
राव इंद्रजीत को मात देना आसान नहीं हालांकि, राव इंद्रजीत के प्रभाव को कम करना आसान नहीं होगा, क्योंकि उनका अहीरवाल क्षेत्र में मजबूत जनाधार है। खासकर मानेसर नगर निगम क्षेत्र के लगभग सभी बड़े गांवों में उनकी गहरी पैठ है। इस बीच निर्दलीय मेयर डॉ. इंद्रजीत यादव ने राव नरबीर पर उनके परिवार को परेशान करने और पति पर झूठे केस दर्ज कराने का आरोप लगाया था।