रायपुर। सरकार ने राज्य के युवाओं के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश के 17 शहरी क्षेत्रों में अब सेंट्रल लाइब्रेरी और रीडिंग ज़ोन बनाए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने ₹114.5 करोड़ की स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह परियोजना युवाओं को पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और कैरियर की तैयारी में मदद करेगी।
किन शहरों में बनेगी लाइब्रेरी?
इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत जिन शहरों में सेंट्रल लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी, उनमें प्रमुख हैं:
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सुकमा
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दंतेवाड़ा
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सूरजपुर
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बैकुंठपुर
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चिरमिरी
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राजनांदगांव
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कोंडागांव
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बिलासपुर
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महासमुंद
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और अन्य 8 शहर शामिल हैं।
उद्देश्य क्या है?
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर जिले के युवाओं को समान शैक्षणिक संसाधन मिलें। ये सेंट्रल लाइब्रेरी न केवल किताबों का भंडार होंगी, बल्कि यहां इंटरनेट, डिजिटल रिसोर्स, अध्ययन कक्ष और ग्रुप डिस्कशन स्पेस भी उपलब्ध होंगे।
सरकार का बयान:
शहरी प्रशासन मंत्री ने कहा —“यह पहल युवाओं को डिजिटल और शैक्षणिक संसाधनों से जोड़ने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। हम चाहते हैं कि गांव-कस्बे के छात्र भी IAS-IPS जैसे सपनों को पूरा कर सकें।”
युवाओं में उत्साह:
इस घोषणा के बाद छात्रों और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं में उत्साह है। उन्हें उम्मीद है कि अब उन्हें शहरों या निजी संस्थानों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।