रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में एक युवा आईपीएस अफसर यूथ सभी समाज में काफी पॉपुलर है उन्हें निजात वाले आईपीएस अफसर संतोष सिह कहा जाने लगा है इस अभियान की मुहिम रंग लाने लगी है ।नशेड़ी युवाओं की जिंदगी में बदलाव आया है, साथ ही निजात अभियान को लेकर ड्रग्स व शराब माफियाओं में खलबली मच गई है अब तक 1,754 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए तो 370 आरोपी जेल भी भेजे गए है। IPS संतोष सिंह की “निजात” अभियान से कई लोग जुड़ने वाले है।
माह फरवरी माह से डीजीपी अशोक जुनेजा के निर्देशन में आईजी रायपुर अमरेश मिश्रा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर संतोष सिंह के मार्गदर्शन में अवैध नशा के विरुद्ध अभियान निजात चलाया जा रहा है। एनडीपीएस व आबकारी में ताबड़तोड़ कार्यवाही में कुल 1,736 प्रकरणों में 1,754 व्यक्ति गिरफ्तार हुए जिसमे गैर- जमानतीय प्रकरणों में 370 आरोपी जेल गए। 3,001 लीटर शराब, 410 किलो गांजा सहित अफीम, नशीली टेबलेट व सीरप आदि जप्त किया गया है।
तंबाकू विरोधी कोटपा एक्ट के तहत 628 व्यक्तियों और नशे का सेवन कर वाहन चला कर सबकी जान जोखिम में डालने वाले 501 व्यक्तियों का चालान किया गया, जिसमे प्रत्येक व्यक्ति पर माननीय न्यायालय द्वारा दस-दस हजार का जुर्माना अभिरोपित होता है।
पुलिस की लगातार पेट्रोलिंग, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही और नशे विरुद्ध कार्यवाहियों के परिणामस्वरूप इस होली में पिछले कई वर्षों की तुलना में कम अपराध घटित हुए। पिछले साल रायपुर जिले में 18 चाकूबाजी (12 होलिका के दिन और 6 केस होली के दिन) और दो मर्डर हुआ। दो दिनों में मारपीट की कुल 84 FIR दर्ज हुए थे। इस वर्ष होलिका के दिन एक चाकू से मर्डर जिसके आरोपी तुरंत गिरफ्तार हुआ व 1 अन्य चाकूबाजी हुई और होली के दिन तीन चाकूबाजी की घटनाए हुई। इन दो दिनों में 45 मारपीट की घटनाएं दर्ज हुई है।