नई दिल्ली
दिल्ली में लॉन्च हुई कोरोना की सबसे सस्ती टेस्ट किट, जानें कैसे की जाती है कोरोना की जांचएचआरडी मिनिस्टर द्वारा लॉन्च की गई कोरोना वायरस टेस्ट किट (Covid-19 Test Kit) के बारे में कहा जा रहा है कि यह किट देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे सस्ती टेस्ट किट साबित होगी। खास बात यह है कि इस किट के जरिए रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (RT-PCR) टेस्ट किया जा सकेगा।
कैसे की जाती है कोरोना संक्रमण की जांच?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन किसी भी वायरस की जांच के लिए किया जानेवाला सबसे अधिक विश्वसनीय टेस्ट है। बोलचाल की भाषा में इसे आरटीपीसीआर (RT-PCR) कहते हैं। अब आपके मन में यह सवाल भी उठ रहा होगा कि अगर यह सबसे विश्वसनीय टेस्ट है तो और दूसरे टेस्ट कौन-से हैं? साथ ही अगर वे विश्वसनीय हैं ही नहीं तो उन्हें किया ही क्यों जाता है?
यहां हैं आपके सवालों के जवाब
-अपने सवालों के जवाब जानने के लिए आपको पहले यह समझना होगा कि कोरोना वायरस की जांच दो प्रकार के लैब टेस्ट्स के माध्यम से की जा रही है। कोरोना इंफेक्शन के परीक्षण का पहला तरीका है ऐंटिजन ऐंटिबॉडी टेस्ट और दूसरा तरीका है रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन टेस्ट। पहले टेस्ट का रिजल्ट आपको कुछ ही घंटों में मिल जाता है जबकि दूसरे परीक्षण की जांच रिपोर्ट के लिए आपको कम से कम एक से दो दिन का इंतजार करना पड़ता है।
हालिया उदाहरण से समझें यह बात
-हाल ही अभिनेता अमिताभ बच्चन के परिवार में उनकी पत्नी जया बच्चन को छोड़कर सभी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके चलते इलाज के लिए खुद अमिताभ और उनके बेटे अभिषेक हॉस्पिटल में एडमिट हैं। जबकि उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती आराध्या बच्चन को होम क्वारंटाइन किया गया है। लेकिन आपको ध्यान होगा कि पहले टेस्ट रिपोर्ट में ऐश और आराध्या का कोरोना टेस्ट भी नेगेटिव आया था!
इसलिए पलटा रिजल्ट
-अमिताभ और अभिषेक के Covid-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनके परिवार का भी कोरोना परीक्षण ऐंटिजन ऐंटिबॉडी टेस्ट के माध्यम से किया गया। लेकिन इस टेस्ट में जया बच्चन, ऐश्वर्या और आराध्या की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
-लेकिन जब एक्सपर्ट्स ने पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन के जरिए उनके कोरोना संक्रमित होने की जांच की तो इस जांच रिपोर्ट में ऐश्वर्या और आराध्या का टेस्ट पॉजिटिव आया जबकि जया बच्चन का टेस्ट इसमें भी नेगेटिव आया।