रायपुर। पिछले साल जिस नगरीय निकाय मोर्चा के बैनर तले शिक्षाकर्मियों का बड़ा आंदोलन हुआ था, वो मोर्चा फिर से लामबंद होने लगा है। 24 अप्रैल को मोर्चा की एक बड़ी बैठक होने जा रही है। दोपहर 11 बजे रायपुर के कलेक्टोरेट गार्डन में होने वाली बैठक में शिक्षाकर्मियों के मूड बता रहे हैं कि इस बैठक में आर पार की लड़ाई की रणनीति तैयार होगी। ऐसा इसलिए भी, क्योंकि कमिटी से नाराजगी के बाद मूल्यांकन बहिष्कार का जो फैसला लिया गया था, वो परवान नहीं चढ़ सका। लिहाजा 24 अप्रैल की बैठक में सरकार की मुश्किलें बढ़ाने वाला कोई फैसला लिया जा सकता है। हालांकि शिक्षाकर्मियों का वो फैसला क्या होगा, ये तो बैठक में तय होगा, लेकिन शाला बहिष्कार या फिर हड़ताल व प्रदर्शन जैसे बड़े फैसले नए शैक्षणिक सत्र में लिए जा सकते हैं।
संजय शर्मा, केदार जैन, विकास राजपूत, चन्द्रदेव राय सहित मोर्चा के तमाम बड़े पदाधिकारी इस बैठक में मौहड़ रहेंगे। बैठक में संविलियन का मुद्दा ही सबसे बड़ा एजेंडा रहेगा, क्योंकि शिक्षाकर्मियों को पता है कि मध्य प्रदेश में संविलयन का एलान हो जाने के बाद रमन सरकार दवाब में है, ऐसे में संविलियन पर जोर लगाया गया तो परिणाम सुखद हो सकता है। हालांकि ये भी तय है कि 24 अप्रैल की बैठक में खूब गहमागहमी रहेगी। अगर हड़ताल के बाद की बात करें तो औपचारिक रूप से बैठक के शक्ल में ये पहली बैठक है। लिहाजा गिले शिकवे से लेकर नाराज़गी तक बैठक में सामने आने और फिर उसे सुलझाने पर बैठक में चर्चा होगी। फिलहाल प्रदेश के डेढ़ लाख शिक्षाकर्मियों की नज़र 24 अप्रैल की बैठक पर है।